काठमांडू, प्रेट्र। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में छिड़े सत्ता संघर्ष और देश में सरकार के खिलाफ जारी गुस्से से ध्यान भटकाने के लिए पीएम केपी शर्मा ओली अब उग्र राष्ट्रवाद का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी में मचे घमासान को लेकर भारत पर इशारों-इशारों में आरोप लगाते हुए कहा कि एक दूतावास मेरी सरकार के खिलाफ होटल में साजिश रच रहा है। पीएम केपी शर्मा ओली ने रविवार को दावा किया कि उनकी सरकार द्वारा रणनीतिक रूप से तीन प्रमुख भारतीय क्षेत्रों को देश के मानचित्र में शामिल करने के बाद उन्हें पद से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। किसी व्यक्ति या देश का नाम लिए बगैर ओली ने दावा किया, मुझे सत्ता से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह सफल नहीं होगा। प्रधानमंत्री ओली ने दावा किया था कि काठमांडू के एक होटल में उन्हें हटाने के लिए बैठकें की जा रही है और इसमें एक दूतावास भी सक्रिय है।
दूतावासों और होटलों में कई तरह की गतिविधियां
प्रधानमंत्री आवास पर नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के लोकप्रिय नेता स्वर्गीय मदन भंडारी की 69वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में ओली ने कहा, किसी ने भी खुले तौर पर मुझे पद छोड़ने के लिए नहीं कहा है। लेकिन मैं अनदेखी गतिविधियों को समझ जाता हूं। उन्होंने कहा कि दूतावासों और होटलों में कई तरह की गतिविधियां हुई हैं। यदि आप दिल्ली से समाचार मीडिया को सुनते हैं, तो आपको इशारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें हटाने के लिए कुछ नेपाली नेता भी इस खेल में शामिल हैं।
ओली का दावा, नेपाल की राष्ट्रीयता कमजोर नहीं
पीएम ओली ने दावा किया कि नेपाली नक्शे में संविधान संशोधन के बाद से उनके खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। मुझे पद से हटाने के लिए खुली दौड़ हो रही है। नेपाल की राष्ट्रीयता कमजोर नहीं है। किसी ने सोचा नहीं था कि नक्शे को छापने के लिए किसी पीएम को पद से हटाया जाएगा।
प्रचंड और ओली में सत्ता संघर्ष
सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड सहित प्रधानमंत्री ओली और उनके विरोधियों के बीच पार्टी की चल रही स्थायी समिति की बैठक के दौरान मतभेद सामने आए हैं। ओली को स्थायी समिति की बैठकों में पहले और दूसरे दिन भाग नहीं लेने के लिए अपनी पार्टी के भीतर आलोचना का सामना करना पड़ा। उन्होंने शनिवार को तीसरे दिन बैठक में भाग लिया, लेकिन कुछ ही देर के लिए आए। हालांकि, उन्होंने बैठक में बात नहीं की।
बहुमत होने के कारण मुझे कोई हटा नहीं सकता
ओली ने रविवार को कहा, अतीत में जब मैंने बीजिंग के साथ व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए, तो मेरी अल्पमत की सरकार गिर गई। लेकिन, इस बार हमारे पास पूर्ण बहुमत वाली सरकार है। इसलिए मुझे कोई नहीं हटा सकता। ओली ने कहा, हमने अपनी भूमि पर दावा करके कोई गलती नहीं की। इन क्षेत्रों पर 146 वर्षो तक हमारा अधिकार रहा है। लेकिन, पिछले 58 वर्षो से यह जमीन हमसे छीनी गई है।