न्यूयॉर्क टाइम्स ने शुक्रवार को कहा कि प्रौद्योगिकी अरबपति एलन मस्क ने ईरान के संयुक्त देश राजदूत से मुलाकात की और ईरान तथा अमेरिका के बीच तनाव कम करने के उपायों पर चर्चा की. प्रकाशन में बोला गया कि मस्क और राजदूत आमिर सईद इरावानी के बीच न्यूयॉर्क में एक गुप्त जगह पर हुई बैठक, जो एक घंटे से अधिक समय तक चली, को दो ईरानी ऑफिसरों ने “सकारात्मक” कहा और बोला कि बैठक दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव कम करने पर केंद्रित थी.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि ट्रम्प ने पिछले हफ़्ते यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ वार्ता के दौरान टेस्ला और एक्स के मालिक मस्क को एक नयी सरकारी दक्षता एजेंसी के सह-निदेशक के रूप में नियुक्त किया था, उन्होंने ही टेक अरबपति को फ़ोन सौंपा था. रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन को संचार क्षमता प्रदान करने में मस्क ने जरूरी किरदार निभाई है.
अपने पहले कार्यकाल के दौरान, ट्रम्प ने ईरान और विश्व शक्तियों के बीच 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर निकाल लिया, इसे “एक भयानक एकतरफा सौदा बोला जो कभी नहीं किया जाना चाहिए था,” और ईरानी ऑयल राजस्व और अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग लेनदेन पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए. उन्होंने 2020 में इराक में एक शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मर्डर का भी आदेश दिया.
जवाब में, ईरान के सर्वोच्च नेता ने ट्रम्प प्रशासन के साथ किसी भी तरह की वार्ता पर प्रतिबंध लगा दिया और ईरानी ऑफिसरों ने सुलेमानी की मर्डर का बदला लेने की कसम खाई. संघीय अभियोजकों ने पिछले हफ्ते न्यायालय में दाखिल एक डॉक्यूमेंट्स में बोला कि ईरान ने चुनाव से पहले ट्रम्प की मर्डर की षड्यंत्र रची थी.
इस बीच, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने गुरुवार को तेहरान में आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी के साथ बैठक में बोला कि ईरान अपने शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम से संबंधित किसी भी प्रश्न का निवारण करने के लिए तरराष्ट्रीय निकायों के साथ योगदान करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
ईरानी सरकारी मीडिया इरना की एक रिपोर्ट के मुताबिक पेजेशकियन ने रेखांकित किया कि आईएईए की रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि ईरान ने संयुक्त व्यापक कार्य योजना के अनुसार अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है, जिसे ईरान परमाणु समझौते के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन अमेरिका एकतरफा रूप से इससे हट गया. रिपोर्ट में एक अज्ञात ईरानी अधिकारी का हवाला देते हुए बोला गया है कि मस्क के साथ अपनी बैठक में राजदूत इरावानी ने टेक अरबपति से बोला कि उन्हें ट्रेजरी से प्रतिबंधों में छूट प्राप्त करनी चाहिए और अपने कुछ व्यवसायों को तेहरान में लाना चाहिए.