भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला रद होने के बाद विवादों में है। बीसीसीआइ ने जानकारी दी है कि सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच फिलहाल के लिए रद किया गया है जिसे बाद में खेला जाएगा। वहीं इंग्लैंड क्रिकेट ने कहा अब जो मैच खेला जाएगा वह एक मात्र टेस्ट होगा जिसका इस सीरीज से कोई मतलब नहीं होगा।
ईसीबी के सीईओ टाम हैरिसन ने कहा कि मुझे लगता है कि यह अलग तरीके के हालात है। हमें कुछ अन्य विकल्प दिए गए हैं जिन पर गौर किया जाएगा। यह मैच कोरोना वायरस के खौफ के कारण नहीं बल्कि इससे ‘क्या हो सकता है’ की सोच के चलते रद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को सहज महसूस कराने के लिए, समझाने के लिए हर संभव प्रयास किए गए।
पांच मैच की सीरीज में भारत 2-1 से आगे था, अगर आखिरी मुकाबला जीतता तो वह ओल्ड ट्रेफर्ड में पहला मैच और अंग्रेजों की सरजमीं पर तीसरी सीरीज जीतता।
हैरिसन की माने तो उन्होंने कोरोना वायरस को समझने वाले विशेषज्ञों से भी टीम इंडिया का सेशन करवाया मगर वे मैच नहीं खेलना का मन बना चुके थे। उनकी असल चिंता यह थी कि अगर मैच के दौरान कोई खिलाड़ी पाजिटिव आ गया तो उसे इंग्लैंड में क्वारंटाइन रहना होगा, जिससे 19 सितंबर से शुरू हो रहे आइपीएल के दूसरे सत्र से हटना पड़ सकता है। एक बार जब ड्रेसिंग रूम में टेंशन घुस जाती है तो उसे निकालना बेहद मुश्किल होता है।
पांचवें मैच के रद होने के बाद बीसीसीआइ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दोनों बोर्ड किसी और समय मैच को फिर से करने की कोशिश करेंगे। हैरिसन ने कहा कि प्रस्तावित मुकाबला सीरीज के लिए डिसाइडर होने के बजाय एक मैच का टेस्ट का मैच होगा।’