2019 के अंतिम से दुनिया में कोविड-19 (Corona) का प्रकोप दिखने लगा था। 2020 मार्च के बाद से इस वायरस ने विकराल रूप धारण किया। हालत ऐसी हो गई कि वायरस से बचाव के लिए लोगों को अपने घरों में कैद होना पड़ा। लाखों की जान जाने के बाद अब इस वायरस से बचाव के लिए कई टीके बना लिए गए हैं। हालांकि, अभी भी इस वायरस का प्रकोप कम नहीं हुआ है। इस बीच दुनिया में ऐसी समाचार फैलने लगी है, जिसके बारे में सोचते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। बताया जा रहा है कि इस समय मुर्गी फार्म में आठ ऐसे खतरनाक वायरस (8 Dangerous Virus On Way) पल रहे हैं, जो यदि फैले, तो इसका अंजाम कोविड-19 से भी विशाल होगा।
बीते वर्ष रुस में लाखों मुर्गियों आकस्मित मर गई थी। इन मुर्गियों के अंदर एवियन फ्लू के लक्षण दिखाई दिए थे। इसके बाद फैक्ट्री को बंद कर दिया गया था। ये फ्लू इंसान में कोविड से भी अधिक तेजी से फैलता है। एवियन फ्लू के इस स्ट्रेन को H5N8 नाम दिया गया था। मुर्गी फार्म से ये स्ट्रेन वहां कार्य करने वाले एक स्टाफ को इन्फेक्ट कर गया। इसके बाद देखते ही देखते फैक्ट्री के सात और वर्कर्स भी पॉजिटिव पाए गए थे। हालांकि, इनमें बहुत ज्यादा हल्के लक्षण दिखाई दिए, जो उपचार के बाद ठीक हो गया। लेकिन वायरस को रोकने के लिए फैक्ट्री की 9 लाख मुर्गियों को मारना पड़ा था। यदि ये मुर्गियां वहां से आगे सप्लाई की जाती, तो ये वायरस आगे फैलने लगता।
यूके सरकार ने सर्दियों से पहले ही बर्ड फ्लू की चेतावनी जारी कर दी है
रुस की इस घटना को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के साथ शेयर किया गया था लेकिन उस समय विश्व स्वास्थ्य संगठन कोविड-19 केसेस में उलझी हुई थी। अब रुसी फेडरेशन की चीफ कंज्यूमर एडवाइजर ऐना पोपोवा ने बताया कि जल्द से जल्द दुनिया के साइंटिस्ट्स को H5N8 वायरस के इंजेक्शन को बनाने में जुट जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ और ये वायरस इंसानों में फैला तो दशा कोविड-19 से भी विशाल हो जाएंगे। अभी एवियन फ्लू के आठ वेरिएंट का पता चल पाया है और ये सभी इंसानों को मारने में समर्थ हैं।
चाइना में बीते सप्ताह मुर्गियों से फैले वायरस से कई लोग मारे गए
कोविड-19 की वजह से एवियन फ्लू की अधिक चर्चा नहीं हो पाई लेकिन ये बहुत ज्यादा खतरनाक है। बीते सप्ताह ही H5N8 की चपेट में चाइना के 48 लोग आ गए थे, जिनका बहुत ज्यादा सीक्रेट ढंग से उपचार चल रहा है। इनमें से ज्यादातर लोग मुर्गी फार्मों में कार्य करते थे। बोला जा रहा है कि इनमें से आधे की मृत्यु हो गई है। चाइना के साथ साथ यूके भी मुर्गियों से फैलने वाले फ्लू पर नजर रखे हुए हैं। यदि थोड़ी भी ढिलाई की गई तो अभी मुर्गियों के जरिये मृत्यु इंसान तक पहुंच जाएगी।