हिमाचल प्रदेश में मानसून की भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है और लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. राज्य में हो रही भारी वर्षा से कई सड़कें अवरुद्ध हो जाने से यातायात प्रबंध चरमरा गई है. राज्य में भूस्खलन से पांच नेशनल हाईवे और 288 सड़कें बाधित हैं. मंडी में दो, सिरमौर, कुल्लू और किन्नौर में एक-एक नेशनल हाईवे बंद हैं. मंडी जिला में सबसे अधिक 96 सड़कें बंद हैं. शिमला में 76, कुल्लू में 37, सिरमौर में 33, चम्बा में 26, लाहौल-स्पीति में सात, हमीरपुर में पांच और कांगड़ा और किन्नौर में चार-चार सड़कें बंद हैं. इसके अतिरिक्त 458 बिजली ट्रांसफार्मर और 48 पेयजल स्कीमें भी ठप हैं. चम्बा जिले में सबसे अधिक 204 और सिरमौर में 119 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से बिजली गुल है. कुल्लू में 21, मंडी में 20 और शिमला में 13 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं. भारी वर्षा से कुल्लू में 25 और शिमला में 16 पेयजल स्कीमें ठप हैं.
जनजातीय जिला किन्नौर की पूह तहसील में फ्लैश फ्लड से भारी भूस्खलन हुआ है. पूह से रोरिक तक नेशनल हाईवे के कई किलोमीटर हिस्से में भारी भूस्खलन से हाईवे पूरी तरह बाधित हो गया है. बादल फटने के बाद यहां फ्लैश फ्लड आया है. हालांकि फ़्लैश फ्लड और भूस्खलन से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. उधर, सिरमौर जिले में बनकलां नदी किनारे बने हनुमान मंदिर को सैलाब बहा ले गया. यह मंदिर पलक झपकते ही पानी में समा गया.राजधानी शिमला में भी बीती रात से बारिश का दौर जारी है. जिले के चौपाल उपमंडल की ग्राम पंचायत पौड़ियां के गांव तारापुर में धनग नाले में आई बाढ़ में कई बागवानों के सेब के पौधे और सेब की पेटियों के मलबे में दबने से भारी हानि हुआ है.
कांगड़ा में भी बारिश ने खूब कहर मचाया है. बारिश के कारण शिमला-मटौर फोरलेन जगह-जगह धंस गया है. जिले के नदी-नाले पूरी तरह से उफान पर हैं, जिसके चलते लोगों में भय का माहौल है.
भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे यानी सोमवार तक हिमाचल के 10 जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यह अलर्ट बिलासपुर, चम्बा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों के लिए जारी हुआ है. इसके साथ ही अगले 24 घंटों में छह जिलों चम्बा, हमीरपुर, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर में बाढ़ की चेतावनी दी गई है. प्रदेश में 17 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा.
कहां कितने बरसे बादल
मौसम विभाग के अनुसार बीती रात नाहन में सबसे अधिक 196 मिलीमीटर वर्षा हुई. ऊना में 135, धौलाकुआं में 117, पांवटा साहिब में 110, कांगड़ा में 85, पालमपुर में 82 और बिलासपुर में 52 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई.
लुधियाना में बाढ़ जैसी स्थिति, बिजली-पानी गुल
लुधियाना (निस) : लुधियाना में आज दो घंटे से अधिक हुई मूसलाधार बारिश ने शहर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी. सफाई के बड़े-बड़े दावों के बावजूद लुधियाना नगर निगम का सीवरेज काम नहीं कर पाया. शहर के कई भागों- न्यू कुंदन पुरी, शिवपुरी, आर्य मोहल्ला, चौड़ा बाजार, गुड़ मंडी, सर्राफा बाजार, कुंदन विद्यालय रोड, न्यू दुर्गा पुरी, सराभा रोड, दीप नगर सहित सैकड़ों अन्य क्षेत्रों में बारिश थम जाने के बाद भी कई घंटे पानी सड़कों पर जमा दिख रहा था. प्रमुख समाजसेवी गुरदीप सिंह गोशा में हालात पर खेद व्यक्त करते हुए बोला कि बारिश प्रारम्भ होते ही शहर में बिजली गुल हो गई जिससे नगर निगम द्वारा घरों को की जा रही जल आपूर्ति भी ठप हो गई. जीटी रोड चौक घंटाघर और गिरजाघर रोड की सड़कों पर पानी जमा हो जाने के कारण रविवार बाजार भी नहीं लग पाये. गौरतलब है कि समाज के लोअर इनकम ग्रुप से संबंधित लोग रविवार को लाखों रुपए का सस्ता माल यहां से खरीद कर अपना गुजारा करते हैं. शाम तक आधे शहर में बिजली की सप्लाई मान्य नहीं हो पाई थी.