बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की रूमर्ड गर्लफ्रेंड रिया चक्रवती (Rhea Chakraborty) ने एक वेब पोर्टल को इंटरव्यू में बताया कि सुशांत सिंह राजपूत क्लॉस्ट्रोफोबिया (Claustrophobia)से जूझ रहे थे. उन्हें फ्लाइट में चढ़ने से घबराहट होती थी और वो फ्लाइट में चढ़ने से पहले दवाइयां लेते थे.लेकिन सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे (Ankita Lokhande) ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें सुशांत फ्लाई करते हुए दिख रहे हैं. और उन्होंने रिया के दावे को झूठा बताया है. आइए जानते हैं कि क्लॉस्ट्रोफोबिया क्या होता है और क्लॉस्ट्रोफोबिया के लक्षण क्या हैं
क्या है क्लॉस्ट्रोफोबिया:
मेडिकल वेबसाइट वेब एमडी के अनुसार, क्लॉस्ट्रोफोबिया एक प्रकार का डर है. क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित व्यक्ति को बंद जगहों में जाने से परेशानी या घुटन महसूस होती है. कुछ लोगों को क्लॉस्ट्रोफोबिया इतना ज़्यादा होता है कि उन्हें हर तंग जगह जाने में डर महसूस होता है और वहीं कुछ लोगों में कुछ विशेष बंद जगह को लेकर डर आता है जैसे- लिफ्ट या एमआरआई मशीन.
क्लॉस्ट्रोफोबिया के लक्षण:
• सांस की तकलीफ और सीने के चारों ओर कसे जाना का अनुभव
• धड़कन का तेज हो जाना
• डर की वजह से घिग्घी बंध जाना
• जी मिचलाना
• सिर चकराना
• बहुत तेज चमक महसूस होना
• सिर भन्नाना, भ्रमित महसूस करना.
• क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित लोगों को लिफ्ट, हवाई जहाज या मेट्रो ट्रेन, सुरंगों, बंद कार में सफर करने, बाथरूम या चेंज रूम में बंद होने,ऑटोमैटिक डोर लॉक वाली कारों और बंद बस में भी बहुत तेज डर लगता है.
क्लेस्ट्रोफोबिया का इलाज:
आमतौर पर क्लेस्ट्रोफोबिया का इलाज मनोचिकित्सा द्वारा किया जाता है. विभिन्न प्रकार की परामर्श आपको अपने डर को दूर करने में मदद करता है. अगर आपको क्लेस्ट्रोफोबिया की शिकायत है तो आपको इस सिलसिले में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए कि कौन सी थेरेपी आपके लिए सबसे अच्छा काम करेगी.