आधुनिक समय में डायबिटीज आम बीमारी बन गई है। 2017 के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 7 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। उस समय तक दुनियाभर में डायबिटीज मरीजों की संख्या 15 करोड़ के आसपास थी। इस हिसाब से कुल डायबिटीज मरीजों की संख्या में लगभग 50 फीसदी मरीज भारतीय हैं। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति हो सकता है।
विशेषज्ञों की मानें तो टाइप 1 डायबिटीज नवजात शिशु को भी हो सकता है। यह एक लाइलाज बीमारी है। इसके लिए परहेज जरूरी है। जबकि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका संतुलित आहार और एक्सरसाइज है। जब बात डायबिटीज में खाने की आती है, तो मूंगफली से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। लोग मूंगफली को लेकर असमंसजस में रहते हैं।
कुछ लोग कार्बोहाइड्रेट की वजह से इसका सेवन नहीं करते हैं। यह सच है कि फलियों में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। हालांकि, कुछ फलियों में सही कार्बोहाइड्रेट होता है, जिसका ब्लड शुगर लेवल पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।
राष्ट्रीय मूंगफली बोर्ड के अनुसार, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट में पीनट और पीनट बटर जरूर जोड़ना चाहिए। इससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहती है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स मापने की वह प्रक्रिया है, जिससे यह पता चलता है कि कार्बोहाइड्रेट से कितने समय में ग्लूकोज़ बनता है। हालांकि, सेवन करने से पहले मात्रा जरूर देखें। एक बार में एक मुठ्ठी मूंगफली का ही सेवन करें।
कैसे करें सेवन
आप मूंगफली चाट बना सकते हैं। यह न केवल डायबिटीज बल्कि वजन कम करने में भी सहायक है। इसके लिए मूंगफली को रोस्ट करें। अब सब्जिय, नींबू का रस और नमक की मदद से मूंगफली चाट बनाएं और सेवन इस्तेमाल कर सकते हैं।
मूंगफली सैंडविच
मूंगफली में हेल्दी फैट्स होता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है। आप स्मूदीज और सैंडविच में मूंगफली का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मूंगफली पोहा
पोहा उत्तर भारत का प्रसिद्ध डिश है। इसमें कैलोरीज बहुत कम होती है। डायबिटीज के मरीजों को मूंगफली युक्त पोहा का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से डायबिटीज में आराम मिल सकता है।