कोरोनावायरस इतनी बड़ी परेशानी बन चुका है कि इस बीमारी की चपेट में आने से लेकर इसकी रिकवरी होने के बाद भी ये लोगों के लिए सिर दर्द बना हुआ है। बेशक हमारे देश में कोरोना रिकवरी की दर अधिक है, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी लोग कई तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस बीमारी का आफ्टर इफेक्ट बेहद तंग करने वाला है। कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद वायरस का बॉडी से दुष्प्रभाव खत्म होने में तीन से चार महीने लगते हैं। कुछ लोगों को कोरोना रिकवरी के बावजूद सांस लेने में परेशानी, दिल की धड़कन तेज होना और मसल्स में कमजोरी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कोरोना से बचना जितना जरूरी है, उतना ही कोरोना से रिकवरी होने के बाद अपनी देखभाल करना भी जरूरी है। कोरोना निगेटिव होने के बाद पीड़ित को अनुशासित जीवनशैली जीने की जरूरत है। उसे अपने खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है, ताकि वो तंदुरुस्त जिंदगी गुजार सके।
आइए जानते हैं कि कोरोना से रिकवरी होने के बाद आपका खान-पान कैसा हो और दिनचर्या में किस तरह बदलाव किए जाएं।
कोरोना रिकवरी होने के बाद भी मुंह का स्वाद ठीक नहीं रहता, इसलिए कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता। आप खाने से जी नहीं चुराएं, बल्कि अपनी पसंद का पौष्टिक आहार जरूर खाएं।
सुबह के नाश्ते में प्रोटीन का इस्तेमाल ज्यादा करें। नाश्ते में अपनी पसंद की दाल, सब्जी और रोटी का इस्तेमाल करें।
नाश्ते के दो घंटे बाद अंकुरित अनाज, सलाज और फल का इस्तेमाल करें, ताकि आपको पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिल सके।
दोपहर के खाने में रोटी, सब्जी, दाल, दही, गाय का घी ले सकते हैं। अगर आप नॉन वेज का इस्तेमाल करते हैं तो अंडा भी अपनी डाइट में शामिल करें। सीजनल सब्जी का इस्तेमाल करें। सलाद का जरूर इस्तेमाल करें।
लंच और डिनर के बीच पोहा, सूप व दलिया को शामिल कर सकते हैं।
रात के खाने में लाइट चीजें खाएं। एक या दो रोटी, एक कटोरी दाल, एक कटोरी सब्जी खाएं। अगर नॉन वेज खाते हैं तो आप अंडा भी खा सकते हैं।
रात में सोते समय हल्दी व दूध लें
इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए करें इन चीजों का सेवन
कोरोना से रिकवरी के बावजूद आपको अपना इम्यून सिस्टम बूस्ट करने की जरूरत है। आप इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए काढ़े का इस्तेमाल कर सकते है। याद रखें काढ़े का अधिक इस्तेमाल नहीं करें। काढ़ा आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
दूध में हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
नाश्ते में आवला और तुलसी का सेवन करें।
विटामिन डी का सेवन करें।
जीवनशैली में इस तरह लाएं बदलाव
कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा असर फेफड़ों पर पड़ता है, इसलिए आप फेफड़ों को मजबूत करने वाला प्रणायाम करें। कपालभाती और अनुलोम-विलोम का अभ्यास करें।
कोरोना से रिकवरी के बाद भी घबराहट हो सकती है, इसलिए आप कोशिश करें के दिन में दो बार 15 मिनट तक टहलें।
कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी आपको सांस लेने में दिक्कत आ सकती है, इसलिए जरूरी है कि आप ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करें और अपना ऑक्सीजन लेवल नोट करें। ऑक्सीजन लेवल 93 से कम हो जाएं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
वायरस हमारे शरीर में मौजूद एंजाइम व हार्मोन को प्रभावित करता है। इसलिए भोजन नहीं पचने की समस्या हो सकती है। जरूरी है कि आप जंक फूड और ऑयली फूड से परहेज करें।
कोरोना निगेटिव होने के बाद भी गर्म पानी का इस्तेमाल करते रहें।
दिन में कम से कम तीन लीटर पानी जरूर पीएं।
शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने के लिए गर्म पानी में नींबू डालकर इस्तेमाल करें।