अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान लड़ाकों ने अधिकार कर लिया है. काबुल पहुंचने के बाद तालिबान ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर अतिक्रमण करने का भी दावा किया है. तालिबान ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें उसके लड़ाके राष्ट्रपति भवन के अंदर नजर आ रहे हैं. तालिबान ने बोला है कि वह अफगान सरकार के साथ शांतिपूर्ण सत्ता ट्रान्सफर को लेकर वार्ता कर रहा है और वार्ता जारी रहने तक उसके लड़ाके काबुल में प्रवेश नहीं करेंगे. इस मामले पर बोलते हुए अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृहमंत्री अब्दुल सत्तार मीरजकवाल ने बोला कि सत्ता का ट्रान्सफर शांतिपूर्ण तरीका से होगा तथा शीघ्र ही अंतरिम सरकार बनेगी.
तालिबान के प्रतिनिधि ने एक अन्तरराष्ट्रीय समाचार चैनल को साक्षात्कार देते हुए बोला कि अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त हो गया है. संगठन अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के साथ शांतिपूर्ण संबंध रखना चाहता है तथा किसी भी मामले पर चर्चा के लिए तैयार है. तालिबान के प्रतिनिधि मोहम्मद नईम ने बोला कि हम अलग-थलग हो कर नहीं रहना चाहते. तालिबान प्रतिनिधि ने यह भी बोला कि राजधानी में किसी भी दूतावास या मुख्यालय को निशाना नहीं बनाया जाएगा, जो भी राजनयिक या आम नागरिक यहां से जाना चाहें, तालिबान उन्हें सुरक्षित बाहर जाने का रास्ता मौजूद कराएगा.
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी तथा उपराष्ट्रपति अमीरुल्लाह सालेह ने देश छोड़ दिया है. अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट कर देशवासियों से बोला है कि उन्होंने देश में खून-खराबा रोकने के लिए यह कदम उठाया है. यहां पर स्थिति नियंत्रण में है. काबुल पर तालिबान का अधिकार होने के बाद से लोग क्षेत्र से बाहर जाने की प्रयास कर रहे हैं. उन जगहों पर स्त्रियों ने कार्य पर जाना बंद कर दिया है, आम नागरिक भी ऐहतियात बरतते हुए अपने घर से कम से कम बाहर निकल रहे हैं.
तालिबान प्रतिनिधि मोहम्मद नईम ने बोला कि अफगानिस्तान में किस तरह की शासन व्यवस्था होगी, इस बारे में शीघ्र ही घोषणा की जाएगी. उन्होंने बोला कि संगठन शरीयत ला के मुताबिक स्त्रियों तथा अल्पसंख्यतकों के अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करेगा. साथ ही संगठन किसी के भी मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करने की नीति अपनाएगा बशर्ते अन्य भी अफगानिस्तान में हस्तक्षेप न करें.
काबुल पर कब्जे के बाद मुल्ला बरादर का बयान
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जे के तुरंत बाद ही तालिबान नेता मुल्ला बरादर का बयान भी आया है. मुल्ला बरादर ने बोला है कि हमने नहीं सोचा था कि इतनी शीघ्र और सरल जीत मिलेगा. आने वाले कुछ ही दिनों में सब कुछ सामान्य हो जाएगा. सभी लोगों के जान-माल की रक्षा की जाएगी.
देश में शांति स्थापना के लिए काउंसिल बनी
अफगानिस्तान में शांति स्थापना के लिए एक काउंसिल बनाई गई है. देश के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई इसकी अध्यक्षता करेंगे, उनके साथ ही अफगानिस्तान के मौजूदा सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला तथा जिहादी नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार भी काउंसिल का भाग होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बहुत शीघ्र राष्ट्रपति भवन से इस्लामिक एमिरेट्स ऑफ अफगानिस्तान का ऐलान किया जा सकता है.