हादसा मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के बीच हुआ। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ वह प्रिगोझिन का था। प्रिगोझिन ने जून में रूसी सशस्त्र बलों के विरुद्ध असफल तख्तापलट किया। प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय पर वैगनर शिविर पर मिसाइल धावा करने का इल्जाम लगाते हुए अपने सैनिकों को मास्को की ओर बढ़ने का आदेश दिया। वैगनर सैनिकों ने तब दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में एक सेना सुविधा पर कब्जा कर लिया। हालांकि बाद में येवगेनी प्रिगोझिन ने अपना आदेश वापस ले लिया जिसके बाद संकट टल गया।
येवगेनी प्रिगोझिन, जो “पुतिन के रसोइये” के नाम से मशहूर हुए। उनका जन्म 1961 में लेनिनग्राद (सेंट पीटर्सबर्ग) में हुआ था। महज 20 वर्ष की उम्र में येवगेनी कई मामलों में वांछित हो गए और उन पर हमला, डकैती और फर्जीवाड़ा का इल्जाम लगाया गया। फिर न्यायालय ने गुनेहगार पाए जाने पर उन्हें 13 वर्ष कारावास की सजा सुनाई, हालांकि 9 वर्ष में वह बाहर आ गए।
यात्रा की आरंभ हॉटडॉग स्टॉल से हुई
जेल से रिहा होने के बाद, प्रिगोझिन ने सेंट पीटर्सबर्ग में हॉट डॉग बेचने का एक स्टॉल खोला। बिजनेस इतना सफल हो गया कि 90 के दशक में उन्होंने शहर में एक महंगा रेस्टोरेंट खोल लिया। येवगेनी का रेस्तरां इतना लोकप्रिय हो गया कि लोग उसके बाहर लाइन लगाकर प्रतीक्षा करने लगे। जैसे-जैसे लोकप्रियता बढ़ती गई, रूसी राष्ट्रपति पुतिन स्वयं विदेशी अतिथियों को रेस्तरां में ले जाने लगे।
यही वह दौर था जब येवगेनी पुतिन के करीबी बन गए थे। उसके बाद, येवगेनी को एक सरकारी अनुबंध दिया गया। प्रिगोझिन की किरदार हमेशा संदिग्ध रही है और उन्होंने लंबे समय से किसी भी सियासी किरदार से इनकार किया है। लेकिन उनका असर खाने की मेज तक पहुंच गया।
पुतिन की छाया सेना बनाई
कम प्रोफ़ाइल रखने वाले प्रिगोझिन को विदेश में पुतिन का दाहिना हाथ माना जाता था। इस बीच येवगेनी ने खूब पैसा कमाया। रूसी सेना के साथ मिलकर येवगेनी ने एक निजी सेना का नेतृत्व किया। पुतिन ने पर्दे के पीछे से भी इसका इस्तेमाल किया। चाहे वह अमेरिकी चुनावों में अविश्वास पैदा करने की छवि के माध्यम से हो या अफ्रीका और मध्य पूर्व में युद्ध छेड़ने वाले भाड़े के सैनिकों के क्रूर रैकेट के रूप में हो। प्रिगोझिन पिछले वर्ष वैगनर के प्रमुख के रूप में सार्वजनिक रूप से सामने आए थे। इन भाड़े के लड़ाकों को पुतिन की छाया सेना के रूप में जाना जाता है और इन्होंने अफ़्रीका में रूस का असर बढ़ाने में सहायता की है।
2017 से, येवगेनी के वैगनर ग्रुप ने माली, सूडान, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, लीबिया और मोज़ाम्बिक में सेना हस्तक्षेप के लिए सैनिकों को तैनात किया है। इस बीच, येवगेनी के वैगनर समूह ने पूरे महाद्वीप में वाणिज्यिक और सियासी हितों को आगे बढ़ाया है, संसाधन संपन्न राष्ट्रों में खदानें और भूमि पट्टे खरीदे हैं। पिछले वर्ष जारी ग्लोबल इनिशिएटिव अगेंस्ट ट्रांसनेशनल ऑर्गनाइज्ड अपराध रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर अब अफ्रीका में सबसे प्रभावशाली रूसी समूह है।
वैगनर ग्रुप क्या है?
वैगनर ग्रुप निजी लड़ाकों द्वारा गठित एक सेना है। उन्होंने यूक्रेन पर राष्ट्र के आक्रमण के दौरान रूसी सेना के साथ काम किया। वैगनर की निजी सेना 2014 में तब सामने आई जब क्रीमिया क्षेत्र को लेकर यूक्रेन और रूस के बीच झड़प हो गई।