बड़ी उम्मीदों के साथ मैदान पर उतरे विराट कोहली एक बार फिर फेल हो गए। रणजी ट्रॉफी में 12 वर्ष बाद वापसी कर रहे कोहली केवल 6 रन बना सके। हिमांशु सांगवान ने कोहली को जिस अंदाज में क्लीन बोल्ड किया, उसे देखकर यही कहावत याद आई- चारों खाने चित… ऑस्ट्रेलिया दौरे पर असफल रहे कोहली के रणजी मैच में भी फेल होने से आलोचक उनके करियर पर ही प्रश्न खड़े करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर तो यह बात भी होने लगी कि क्या हिमांशु सांगवान ने विराट के करियर पर पलीता लगा दिया है?
विराट कोहली की बैटिंग देखने के लिए शुक्रवार को हजारों दर्शक सुबह से ही अरुण जेटली स्टेडियम पहुंचे। इन दर्शकों की उम्मीदों को तब बड़ा झटका लगा, जब हिमांशु सांगवान ने कोहली को क्लीन बोल्ड किया। कोहली ने ऑफ स्टंप की गुडलेंथ गेंद पर तगड़ा स्ट्रेट ड्राइव लगाने की प्रयास की। वे एक गेंद पहले ही तकरीबन ऐसी ही गेंद पर करारा चौका लगा चुके थे। कोहली इस चौके का रीप्ले दिखाने की प्रयास में थे लेकिन इस बार सांगवान उन पर भारी पड़े। कोहली ने फ्रंट फुट आगे निकालकर सामने की ओर बड़ा शॉट खेलने की प्रयास की लेकिन वे गेंद के करीब नहीं पहुंच पाए। गेंद के करीब जाने की प्रयास में उनके बैट और पैड के बीच बड़ा गैप बना, जो उनके बोल्ड होने का रास्ता बना गया। कोहली क्लीन बोल्ड होकर पैवेलियन लौटे तो उनके नाम के सामने केवल 6 रन दर्ज थे।
विराट की फर्स्टक्लास क्रिकेट में यह लगातार आठवीं पारी थी जिसमें वे 40 का स्कोर भी नहीं बना सके। इनमें से 4 बार तो वे दोहरी रनसंख्या भी नहीं छू सके हैं। ऐसा नहीं है कि कोहली पहली बार आउट ऑफ फॉर्म हैं। पहले भी वे ऐसे खराब दौर से गुजर चुके हैं। लेकिन उनके पहले के दौर और मौजूदा समय में एक बड़ा अंतर है। कोहली अब एक जैसी गलती कर रहे हैं। वे भले ही इस मैच में बोल्ड हुए, लेकिन इससे पहले की गेंदों पर उन्होंने वही गलतियां की थीं, जो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कर रहे थे। यानी ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों को छेड़ना। उन्होंने इस मैच में भी यह गलती दोहराई। हालांकि, वे खुश्किस्मत रहे कि गेंद उनके बल्ले से दूर बनी रही। लेकिन जब आत्मविश्वास हिला हो और दबाव सिर पर हावी हो तो कोहली जैसा बैटर भी ओवर एग्रेसिव हो जाता है। सांगवान की गेंद पर उनका बोल्ड होना इस बात का सबूत है।
अब प्रश्न यह कि क्या हिमांशु सांगवान ने विराट के करियर पर पलीता लगा दिया है? इसका उत्तर हां या ना में देना ठीक नहीं होगा। यह ठीक है कि कोहली इस मैच में असफल रहे और यह उनके लिए बड़ा झटका है। लेकिन इससे उनके करियर पर कोई फर्क पड़ेगा, ऐसा नहीं बोला जा सकता। कोहली को इस रणजी मुकाबले के बाद इंग्लैंड के विरुद्ध तीन मैच और फिर चैंपियंस ट्रॉफी में खेलना है। यह दोनों ही वनडे सीरीज है, जिसमें बॉलर अधिक देर तक बैटर का टेस्ट नहीं ले पाते। कोहली को इसका लाभ मिलेगा और पूरी आसार है कि उनके बल्ले से रन निकलने लगें। यदि ऐसा नहीं भी होता है तो फिर सामने आईपीएल होगी। इसके बाद ही टेस्ट सीरीज की बारी आएगी।