पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली (Brett Lee) पेसर्स के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट (Work load management) स्कीम के पूरी तरह खिलाफ हैं जो बिजी इंटरनेशनल कैलेंडर में एक चलन बन गया है। व्यस्त कार्यक्रम के अलावा कोविड-19 महामारी के बीच ‘बायो-बबल’ (covid-19 bio bubble) की जिंदगी का असर भी क्रिकेटरों पर पड़ा है, जिससे उन्हें खेल से दूर रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ली ने यहां ‘लीजेंड्स क्रिकेट लीग’ के मौके पर कहा, ‘मैं इस आराम देने के नियम के खिलाफ हूं। मुझे गेंदबाजों को आराम देना पसंद नहीं है, मैं गेंदबाजों को प्रत्येक मैच खेलते देखना पसंद करूंगा।’
मोहम्मद शमी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सफेद गेंद की श्रृंखला में नहीं खेले, जिसमें भारत को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। चयनकर्ताओं ने शमी और जसप्रीत बुमराह की भारतीय तेज गेंदबाजी जोड़ी को वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी घरेलू श्रृंखला के लिए भी आराम दिया है, जिसमें तीन वनडे और तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच शामिल हैं, लेकिन पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ली ने कहा कि एक तेज गेंदबाज को सिर्फ तभी आराम दिया जाना चाहिए, जब उसे कोई चोट हो। ली ने कहा, ‘अगर वे चोट से जूझ रहे हों तभी यह (आराम देना) ठीक है। लेकिन मैं तेज गेंदबाजों को कड़ी मेहनत करते और हर वक्त खेलते हुए देखना चाहता हूं।’ दक्षिण अफ्रीका से भारत को टेस्ट में मिली हार के बारे में बात करते हुए ली ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह उम्मीद के विपरीत रहा क्योंकि यह वही टीम थी जिसने ऑस्ट्रेलिया को उसकी मांद में हराया था और फिर इंग्लैंड के खिलाफ भी 2-1 से बढ़त बना ली थी। उन्होंने कहा, ‘देखिए, कभी कभार ऐसा होता है। वे काफी अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में वे जिस तरह से खेले, उसकी घरेलू सरजमीं पर उसे हरा दिया और फिर इंग्लैंड में…।’ ली ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय दुनिया की नंबर एक टीम है, लेकिन भारत बहुत अच्छी टेस्ट टीम रही है। दक्षिण अफ्रीका में ऐसा हुआ कि मेजबान टीम ने अपनी सरजमीं पर वास्तव में काफी शानदार श्रृंखला खेली।’