लखनऊ: अयोध्या में धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत ज्यादा समय से टकराव व सियासत का केन्द्र रहे राम जन्म धरती पर सर्वोच्च कोर्ट से निर्णय आने के बाद मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ होने जा रहा है। राम मंदिर निर्माण काम के लिए 5 अगस्त का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। इस दिन अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए धरती पूजन किया जाएगा। इस धरती पूजन में पीएम नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे।
प्रदेश की बीजेपी सरकार इस समारोह का आयोजन बहुत ज्यादा भव्य ढंग से करने के लिए तैयार है। जिसकी तैयारियों की समीक्षा करने खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज रविवार के दिन अयोध्या पहुंचेंगे। फरवरी में मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, के गठन के बाद से ही मंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेज हुई थी। हालांकि कोरोना महामारी की वजह से इसमें कुछ रुकावट आई, किन्तु अब इसके निर्माण की आरंभ का दिन बेहद समीप है।
5 अगस्त को प्रस्तावित ऐतिहासिक राम मंदिर धरती पूजन प्रोग्राम को लेकर बंदोबस्त चाक चौबंद करने के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही इस बार प्रशासन के सामने कोरोना महामारी की बड़ी चुनौती है। इस प्रोग्राम में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही कई विशेष मेहमान उपस्थित रहेंगे। ऐसे में कोरोना से उनकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन ख़ास तौर पर चिंतित है व उसके अनुसार, प्रबंध किए जा रहे हैं। राम मंदिर धरती पूजन परिसर के सेनिटाईजेशन के लिये लखनऊ से एक्सपर्ट्स की टीम बुलाई जाएगी।