लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के महू में आयोजित ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली में भाजपा और आरएसएस पर आंबेडकर और उनके द्वारा बनाए गए संविधान का अपमान करने का इल्जाम लगाया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बोला कि वे सत्ता में बैठे लोगों से संविधान को बचाने का काम करें.
राहुल गांधी ने ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली को संबोधित करते हुए यह भी घोषणा किया कि केंद्र में सत्ता में आने के तुरंत बाद कांग्रेस पार्टी देशव्यापी जाति जनगणना कराएगी. उन्होंने इल्जाम लगाया कि पीएम नरेन्द्र मोदी ऐसा कभी नहीं कराएंगे. राहुल गांधी ने यह भी बोला कि कांग्रेस पार्टी 50 फीसदी आरक्षण की सीमा को समाप्त देगी और लोकसभा तथा राज्यसभा दोनों में इस संबंध में कानून लाएगी.
कांग्रेस नेता ने भाजपा नीत केंद्र गवर्नमेंट पर अरबपतियों के लिए काम करने का इल्जाम लगाते हुए बोला कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और गरीबों को एक बार फिर गुलाम बनाया जा रहा है क्योंकि रोजगार के अवसर समाप्त किए जा रहे हैं और राष्ट्र की संपत्ति सिर्फ़ कुछ पूंजीपतियों को सौंपी जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी और आरएसएस राष्ट्र में आजादी से पहले जैसी स्थिति चाहते हैं, जहां गरीबों के पास कोई अधिकार न हो और यह सिर्फ़ अमीरों के पास हो.’’
राहुल गांधी ने बीजेपी (बीजेपी)-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने का कोशिश करने का भी इल्जाम लगाया और बोला कि इसीलिए उन्होंने पिछले वर्ष के लोकसभा चुनाव में ‘‘400 पार’’ का नारा दिया था. राहुल गांधी ने रैली में कहा, ‘‘जिस दिन हमारा संविधान बदल जाएगा, उस दिन राष्ट्र में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों के लिए कुछ भी नहीं बचेगा.’’