भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी ने मंगलवार को बोला कि महाकुंभ में हुई भगदड़ कोई बहुत बड़ी घटना नहीं थी और स्थिति को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है. आपको बता दें कि 28 जनवरी को प्रयागराज में हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद से विपक्ष लगातार राज्य गवर्नमेंट पर प्रश्न खड़े कर रहा है. इसी को लेकर हेमा मालिनी ने बोला कि हम कुम्भ गये, हमने बहुत अच्छा स्नान किया. ये ठीक है कि घटना हुई थी, लेकिन वो कोई बहुत बड़ी घटना नहीं थी.
हेमा मालिनी ने बोला कि मुझे नहीं पता कि यह कितना बड़ा था. इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है. योगी आदित्यनाथ प्रशासन का बचाव करते हुए, बीजेपी सांसद ने बोला कि यह बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया गया था, और सब कुछ बहुत अच्छे से किया गया था. इतने सारे लोग आ रहे हैं, इसे प्रबंधित करना बहुत कठिन है लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ कोशिश कर रहे हैं. यह प्रतिक्रिया सपा के सांसद अखिलेश यादव द्वारा महाकुंभ भीड़ के कुप्रबंधन और आत्म-प्रचार पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट की आलोचना के बाद आई. यादव ने यह भी मांग की कि भगदड़ में मरने वाले लोगों की ठीक संख्या संसद में पेश की जानी चाहिए.
यादव ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए बोला कि जिस तरह गवर्नमेंट बजट के आंकड़े दे रही है, महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे तथा घायलों के इलाज, भोजन, परिवहन आदि का आंकड़ा संसद में पेश किया जाए. उन्होंने बोला कि महाकुंभ की प्रबंध के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और वहां खोया पाया, प्रबंधन आदि की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. यादव ने केंद्र गवर्नमेंट और यूपी गवर्नमेंट को आड़े हाथ लेते हुए मृतकों के आंकड़े छिपाए जाने का इल्जाम लगाया तथा हादसे के लिए उत्तरदायी लोगों पर घोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की.