पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व अध्यक्ष दिल्ली भाजपा विजय गोयल के नेतृत्व में ‘लोक अभियान’ के कार्यकर्ता कल ओटीटी प्लेटफार्म पर जो अश्लीलता, हिंसा परोसी जा रही है, उसके खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना देंगे।गोयल ने कहा अभिव्यक्ति की आजादी की के नाम पर भारतीय संस्कृति और सभ्यता को बर्बाद किया जा रहा है। ओटीटी प्लेटफार्म को सस्ती भद्दी फिल्मों के द्वारा पैसा कमाने के लिए और एक राजनीतिक हथियार (Political Weapon) की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।गोयल ने कहा कि भारत में वेबसीरीज की बाढ़ सी आ गई है। अश्लीलता, हिंसा, अपराध और बलात्कार जैसे दृश्य खुलेआम मनोरंजन के नाम पर परोसे जा रहे हैं। भद्दी और गंदी गालियों का प्रयोग हर दूसरे डाॅयलाॅग में किया जा रहा है।
गोयल ने कहा कि किसी एजेण्डे के तहत अपने ही देश में हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को तो लगातार आहत तो किया ही जा रहा है, पर देश के सैनिकों और पुलिसबल को भी गलत परिदृश्य में दिखाया जा रहा है। किसी और दूसरे देश में वहां के बहुसंख्यक समाज व उनकी धार्मिक भावनाओं का अपमान नहीं हो सकता। यह हमारा ही देश है, जहां हमारी ही संस्कृति को अपमानित किया जा रहा है।
गोयल ने कहा पिछले दिनों बैंगलोर में एक विषेश धर्म के ऊपर सोशल मीडिया की एक छोटी-सी टिप्पणी में कितना बवाल मचाया गया था, यह हम सबको पता है। भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम इन असामाजिक व राष्ट्र विरोधी तत्वों को छोड़ दिया जाता है।
गोयल ने कहा, यह आश्चर्य की बात है कि भारतीय संस्कृति की सुरक्षा की बात क्या केवल भारतीय जनता पार्टी ही करेगी, बाकी पार्टियों के परिवारों में भी तो इन वेबसीरीज का बुरा असर पड़ता होगा। उनके बच्चे भी तो गलत देख और सीख रहे होंगे। भारत में कुछ मुद्दे तो ऐसे होने चाहिए, जिस पर राजनीति न हो और सब एक सुर में इस अश्लीलता, हिंसा और धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने वाली वेब सीरीज पर आवाज उठाएं।
गोयल ने तांडव वेब सीरीज का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके निर्माता द्वारा केवल माफी मांग लेना ही काफी नहीं है। तांडव पर बैन लग जाना चाहिए और निर्माताओं को गिरफ्तार कर बड़ा सबक सिखाना चाहिए। इस तरह की वेब सीरीज हमारी आने वाली पीढ़ी को जिस तरह से बर्बाद कर रही है, वह किसी अपराध से कम नहीं है।