मुंबई: चीन से दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के भारत में दस्तक दिए एक साल से ज्यादा हो गया है। वहीं वो मार्च का महीना था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले बार जनता कर्फ्यू लगाया और फिर सम्पूर्ण लॉकडाउन का एलान किया। इन एक सालों में देश में महामारी का भयानक रूप देखा तो वहीं केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयास के चलते साल 2020 के अंत तक संक्रमण के कम होते मामलों से राहत भी महसूस की। लेकिन एक बार फिर कोरोना अपने चरम पर है और सबसे ज्यादा प्रभाव महाराष्ट्र में दिखा रहा है।
महाराष्ट्र में कोरोना का रिकॉर्ड टूटा
सबसे ज्यादा कोरोना के मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटे में यहां संक्रमण के मामलों में 2021 का सबसे घातक आकड़ा सामने आया है। एक दिन में महाराष्ट्र में 23179 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। वहीं 84 लोगों की कोरोना की चपेट में आकर मौत हो गई।
इसी के साथ अबतक महाराष्ट्र में 23,70,507 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। हालांकि इनमें से 21,63,391 लोग ठीक भी हो चुके हैं। कोविड मौतों की संख्या 53,080 है। मौजूदा समय में राज्य में 1,52,760 मरीजों का इलाज चल रहा है।
कोरोना के सक्रिय मामलों का केंद्र बना महाराष्ट्र
बुधवार को प्रेस वार्ता में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया, “सभी सक्रिय मामलों का 60% महाराष्ट्र में केंद्रित है। 16 राज्यों के 70 जिलों में पिछले 15 दिनों में COVID-19 मामलों में 150% की वृद्धि हुई है। हमने राज्यों से परीक्षण, ट्रैकिंग और उपचार करने का अनुरोध किया है। राजेश भूषण ने दिल्ली के हालातों के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों में, दिल्ली में 400 से अधिक मामले सामने आए हैं। सकारात्मकता दर 1% से कम है, हालांकि, यह 0.4% से बढ़कर 0.6% हो गई है।
पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों संग बैठक –
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में कोरोना संकट के बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संग बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्यों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी और सख्ती बरतनी होगी, वरना कोरोना फिर चिंता बढ़ा सकता है। पीएम मोदी ने छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देने की बात कही है।