अगरतला। भारत-बांग्लादेश बॉर्डर सामरिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। सुरक्षा के लिहाज से भी इसका महत्व ज्यादा है। इसे देखते हुए बांग्लादेश बॉर्डर की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ यानी BSF को सौंपी गई है। सीमा सुरक्षा बल पर तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों के साथ ही घुसपैठियों पर भी पैनी नजर रखने का जिम्मा है। BSF के जवान अपनी इस ड्यूटी को भली–भाँति निभाते हैं। उनकी मुस्तैदी का एक और मुद्दा सामने आया है। BSF की टीम ने त्रिपुरा पुलिस के साथ मिलकर 12 बांग्लादेशी घुसपैठियों को अरैस्ट किया है।जानकारी के अनुसार, वैलिड दस्तावेजों के बिना त्रिपुरा में प्रवेश करने वाले 12 बांग्लादेशी नागरिकों को त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों से अरैस्ट किया गया है। प्रदेश की पुलिस ने रविवार को इसकी जानकारी दी। बांग्लादेशी नागरिकों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए शनिवार रात को पश्चिम अगरतला थाने के अनुसार लंकामुरा, जॉयनगर और रामनगर में छापेमारी की गई थी। इस दौरान तीन स्त्रियों सहित 12 लोगों को अरैस्ट किया गया। सीमा सुरक्षा बल और त्रिपुरा पुलिस ने मिलकर यह कार्रवाई की थी।
बॉर्डर क्षेत्र में अलर्ट पर BSF
पश्चिम अगरतला थाने के प्रभारी अधिकारी कांति बर्धन ने कहा कि पूछताछ के दौरान उन्होंने बांग्लादेशियों ने वैलिड डॉक्यूमेंट के बिना बांग्लादेश से हिंदुस्तान में प्रवेश करने की बात स्वीकार की है। उन्हें भारतीय पासपोर्ट अधिनियम का उल्लंघन करने के इल्जाम में अरैस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि घुसपैठ बढ़ने के कारण पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीमा पर नज़र बढ़ा रहे हैं, क्योंकि यह मुद्दा संवेदनशील माना जाता है। पुलिस घुसपैठियों को पकड़ने के लिए ऐसे अभियान जारी रखेगी।
संवेदनशील इलाका
भारत की सीमा कई राष्ट्रों से लगती है। इनमें से कुछ बॉर्डर एरियाज काफी संवेदनशील हैं। पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाएं सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण हैं। बॉर्डर की सुरक्षा की जिम्मेदारी BSF के साथ ही ITBP के जवानों के कंधों पर है। म्यांमार में आंतरिक संघर्ष के कारण बड़ी तादाद में शरणार्थी भारतीय सीमा में घुसने के कोशिश में रहते हैं। दूसरी तरफ, घुसपैठ के लिहाज से बांग्लादेश से लगती सीमा भी काफी संवेदनशील हो गई है। तस्कर हमेशा सीमा पार कर हिंदुस्तान में घुसने की फिराक में रहते हैं।