आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास इतना वक्त नहीं रहता कि वह अपने जीवन शैली पर ध्यान दें। एक तरह से देखा जाए तो पर्यावरण प्रदूषण और मिलावटी खाने इंसान की जिंदगी को और भी छोटा कर दी है। यही वजह है कि इंसान की जिंदगी दिन-ब-दिन छोटी होती जा रही है। लेकिन इस आधुनिक समय में ऐसे समुदाय के लोग रहते हैं जिनका जीवन काल 150 साल से कम नहीं होता। आज हम आप को इस समुदाय से रूबरू कराने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कौन सा है वह जगह जहां पर इस समुदाय के लोग पाए जाते हैं
क्या खासियत है इस समुदाय का
यहां हम आप को बताने जा रहे है आर्यवत के जन्म लेने वाले इस खास समुदाय की जो हुंजा के नाम से जाने जाते हैं। तो सबसे पहले हम आप को बताएगे कि कहां पर है यह आर्यावत और कौन है ये हुंजा समुदाय।
हुंजा कभी भारत का हिस्सा हुआ करता था। लेकिन अब यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिलगिट और बाल्टिस्तान के पहाड़ी की बस्ती है। यह खूबसूरत हुंजा हिमालय की पर्वतमाला में बसी है। जो दुनिया की छत के नाम से भी मशहूर है। सबसे खास बात यह है कि भारत के उत्तरी छोर पर बसा हुआ है। जो आगे चलकर भारत, पाकिस्तान, चीन, अफगानिस्तान की सीमाएं भी आपस में मिलती हैं।
ये है यहां की खासियत-
इस जगह की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां के लोग पूरी तरह से प्रकृति के अनुसार चलते है। यही कारण है कि यह रहने वाले लोगों की औसत आयु 110 से 120 साल है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि यहां कुछ लोग ऐसे भी है जिनकी औसत आयु 150 हैं।
क्या है इसके पीछे का कारण
इन सब के पीछे कारण है यहां का रहन-सहन और संतुलित खान-पान प्रकृति के अनुसार है। और सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इस जगह के लोग बहुत ही खुशमिजाज रहते है। जिसके कारण यहां के सभी लोगों लंबे समय तक जवान और जीवित रहते हैं। इन सब के अलावा दूसरी बड़ी खासियत ये है कि यहां के लोग वैज्ञानिक सलाह पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं। जिसके कारण इन लोगों के पास कैंसर जैसी भयानक बीमारियां भटकती भी नहीं है।
यहां रहने वाले लोग सिकंदर महान की सेना के वशंज
आप को बता दें कि यहां रहने वाले लोगों को बुरुशो कहा जात है जबकी यहां बोली जाने वाली भाषा को बुराश्की कहा जाता है। और यह भी कहा जाता है कि यहां रहने वाले लोग सिकंदर महान की सेना के वशंज हैं। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यहां रहने वाले लोगों क संख्या बहुत कम है यह पर रहने वाले की आबादी 87 हजार है।
ये है एक ऐसी घटना जिसे सुनकर हैरान रह जाएंगे आप-
वर्ष 1984 में इसी समुदाय के एक शख्स जब वह लंदन के लिए एयरपोर्ट पर गया तो वहां पर सिक्योरिटी चेक के दौरान उसे रोक लिया गया। जिसके पीछे कारण था कि उसकी उम्र उसकी शक्ल और पर्सनालिटी का साथ नहीं दे रही थी। उसको देखकर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि वो 1932 की पैदाइश है। जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
क्या आप जानते है यहां कि 65 साल की औरते भी बनती है मां-
आप को जानकर हैरानी होगी की यहां की औरते 65 साल की उम्र में भी मां बनती हैं। यही कारण है कि यह समुदाय सभी लोगों से भिन्न है