रिपब्लिक डे परेड में पहली बार भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों का प्रदर्शन होगा। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के ‘डेयरडेविल’ बाइकर्स इस साल पहली बार गणतंत्र दिवस परेड पर राजपथ पर दस तरह की संरचनाओं का प्रदर्शन करेंगे। आईटीबीपी बाइकर्स की ये टीम लोटस फॉर्मेशन, बॉर्डर मैन्स सैल्यूट, फ्लाई राइडिंग, पवन चक्की, हॉरिजॉन्टल बार एक्सरसाइज, सिक्स-मैन बैलेंस, एरो पोजिशन, जगुआर पोजिशन, हिमालय के प्रहरी और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ थीम पर आधारित पिरामिड फॉर्मेशन बनाएगी। भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को आईटीबीपी के हिमवीरों द्वारा चलती बाइक पर संरचनाओं के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
मिशन ‘डेयरडेविल्स’ में आईटीबीपी के कुल 146 कर्मी और 33 बुलेट मोटरसाइकिलें भाग लेंगी। आईटीबीपी की डेयरडेविल्स टीम का गठन सितंबर 2017 में किया गया था। यह पहली बार है जब एक आईटीबीपी मोटरसाइकिल दल गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर अपने कौशल का प्रदर्शन करेगा। 1962 में स्थापित, आईटीबीपी हिमालय में राष्ट्रों की बर्फीली सीमाओं की रक्षा करता है।
30 मिनट देरी से शुरू होगी गणतंत्र दिवस की परेड
बता दें कि गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10 बजे के निर्धारित समय पर शुरू नहीं होगी और 75 साल में पहली बार निर्धारित समय से 30 मिनट बाद शुरू होगी। रक्षा मंत्रालय ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जानकारी दी कि इस साल परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी। इसके अलावा, पहली बार, उन वंचित लोगों के लिए विशेष निमंत्रण जारी किया जाएगा, जो आमतौर पर 26 जनवरी की परेड देखने नहीं आते हैं।
परेड में भाग लेने वालों की संख्या में कमी
कोविड-19 महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वालों की सामान्य संख्या में 70 से 80 फीसदी की कमी की जाएगी और केवल 5,000 से 8,000 लोगों को ही इसमें शामिल होने की अनुमति होगी। रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले साल गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में करीब 25,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी।