भारत के दुश्मनों के बुरे दिन प्रारम्भ हो गए हैं, फिर चाहे शत्रु पड़ोस में हो या फिर दूर सबका उपचार प्रारम्भ हो गया है. दूर की बात करें तो कनाडा में जस्टिन ट्रूडो शासन का अंत हो चुका है. खालिस्तानी भी अंतिम सांसे गिन रहे हैं. मगर वास्तविक खेल तो पड़ोस में हुआ है. हिंदुस्तान ने एक ही समय पर तीन पड़ोसी राष्ट्रों में तहलका मचा दिया है. बांग्लादेश, चीन और पाक पर एक साथ हिंदुस्तान की कूटनीतिक मिसाइलें आकर गिरी हैं. हिंदुस्तान 48 घंटे में पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन के सबसे बड़े दुश्मनों के साथ खड़ा हो गया और बड़ा खेल कर दिया.
हैसियत से अधिक अकड़ दिखा रहे बांग्लादेश का उपचार भी अब प्रारम्भ हो गया है. हिंदुस्तान ने बांग्लादेश पर बड़ा घोषणा कर दिया है. एक तरफ बांग्लादेश ने शेख हसीना का पासपोर्ट रद्द कर दिया तो दूसरी तरफ हिंदुस्तान ने शेख हसीना का वीजा बढ़ा दिया. बांग्लादेश के आव्रजन विभाग ने हसीना सहित 97 पासपोर्ट रद्द करने की घोषणा की. यूनुस के प्रवक्ता अबुल कलाम आज़ाद मजूमदार ने बोला कि यह 2024 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान जबरन गायब करने और हत्याओं के आरोपों से जुड़ा है. हिंदुस्तान ने बांग्लादेश की अपदस्थ पीएम शेख हसीना का वीजा बढ़ा दिया है, जो पिछले वर्ष अगस्त से राष्ट्र में रह रही हैं. आने वाले दिनों में अंदेशा लगाया जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश से भाग सकते हैं. खालिदा जिया भी रोग का बहाना बनाकर पहले ही राष्ट्र छोड़ चुकी हैं.
शेख हसीना के वीजा पर बड़ा निर्णय लेने के बाद हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने पाक को भी बड़ा झटका दिया है. हिंदुस्तान ने पहली बार दुबई जाकर तालिबान पर ऐसा घोषणा किया है, जिसे सुनकर पाक को सदमा लग गया है. हिंदुस्तान ने बोला कि वह अफगानिस्तान में विकास परियोजनाओं में शामिल होने पर विचार करेगा और स्वास्थ्य क्षेत्र में राष्ट्र को सहायता प्रदान करेगा. विदेश सचिव विक्रम मिसरी की दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्तकी के साथ वार्ता के बाद हिंदुस्तान का यह बयान आया है. यह विदेश सचिव और तालिबान के किसी वरिष्ठ मंत्री के बीच पहली सार्वजनिक वार्ता थी और इसमें अफगान पक्ष ने हिंदुस्तान की सुरक्षा चिंताओं के प्रति अपनी संवेदनशीलता को रेखांकित किया. इस बैठक में घोषणा किया गया कि पाक ने जिन लाखों अफगानी नागरिकों को अपने राष्ट्र से निकाल दिया था उनको अफगानिस्तान दोबारा बसाने के लिए हिंदुस्तान सहायता करेगा.
चीन पर भी हिंदुस्तान ने बड़ा हड़ताल किया. तिब्बत में विशाल भूकंप की खबरों से तो आप सभी वाकिफ होंगे. 126 लोगों की मृत्यु के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर बोला कि गवर्नमेंट और हिंदुस्तान के लोग तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में आए विध्वंसक भूकंप के कारण हुई जान-माल की दुखद क्षति पर संवेदना व्यक्त करते हैं. मारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. आपको बता दें कि हिंदुस्तान जब भी तिब्बत को स्वायत्त क्षेत्र बोलता है तो चीन के सीने पर सांप लोटने लग जाते हैं. लेकिन हिंदुस्तान ने साफ कर दिया है कि वो तिब्बत को अलग क्षेत्र ही मानता है.