अफगानिस्तान का तालिबान बेकाबू हो चुका है. तालिबान ने इस बार इजरायल वाले ढंग से पाक का उपचार कर दिया है. एक्सपर्ट्स का बोलना है कि तालिबानी लड़ाके पाक पर हथियारों से तो हमले कर ही रहे हैं. लेकिन इन तालिबानी लड़ाकों ने इजरायल की तरह अपने दुश्मनों को मनोवैज्ञानिक तौर पर तोड़ना सीख लिया है. जिस तरह इजरायल गाजा, लेबनान और सीरिया में धावा करने के बाद बकायदा वीडियो जारी करके ये दिखाता है कि हमने आतंकवादियों का भूत कैसे उतारा है. ठीक उसी तरह से तालिबान भी पहली बार पाक पर हमले करके उनके वीडियो जारी कर रहा है. तालिबान के लड़ाके इजरायली सेना की तरह सोशल मीडिया का इस्तेमाल जमकर कर रहे हैं. तालिबान वीडियो जारी करके पाक की आर्मी, पाक की गवर्नमेंट और पाक की जनता को मनोवैज्ञानिक रूप से तोड़ रहा है.
तालिबान के लड़ाके वीडियो जारी करके पाकिस्तानी जनता को ये भी बता रहे हैं कि उन्होंने कितने पाकिस्तानी सैनिकों को मार दिया है. पाक की सेना कभी नहीं बताती कि तालिबानी हमले में उसके कितने सैनिक मारे गए हैं. कॉमिनिकेशन वॉर के दौर में शत्रु को तोड़ने के लिए साम, दाम, दंड, भेद सभी का इस्तेमाल किया जाता है. इजरायल भी अपने दुश्मनों को इसी तरह से तड़पाता है. पाक के एयरस्ट्राइक के उत्तर में पाक के अंदर कई स्थानों पर हमले किये. तालिबान के रक्षा मंत्रालय की ओर से बोला गया कि उसकी सेनाओं ने पाक के उन स्थानों को निशाना बनाया, जिन्हें अफगानिस्तान पर हमलों की योजना और समन्वय से जुड़े तत्वों एवं उनके समर्थकों के लिए ठिकाने के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था.
पाकिस्तान के अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान बुरी तरह से तिलमिलाया हुआ है. जिस तरह से तालिबानियों ने पाक पर पलटवार किया है. मानो वो पाक को जंग के लिए ललकार रहा है. तालिबान के नेता खुले तौर पर पाक को एक के बाद एक धमकी दिए जा रहे हैं. शेर मोहम्मद अब्बास ने जहां पहले अपने दुश्मनों को आंखे निकाल लेने की धमकी दी. वहीं उसके बाद एक पोस्ट के जरिए बोला कि दक्षिण और उत्तर के पड़ोसी राष्ट्रों के आंतकवादी समूह जो अफगानिस्तान में प्रॉक्सी वॉर प्रारम्भ करना चाहते हैं.