राष्ट्रीय पाठ्यचर्या और पाठ्यपुस्तक बोर्ड (एनसीटीबी) के ऑफिसरों के अनुसार, बांग्लादेश गवर्नमेंट ने आनें वाले शैक्षणिक साल के लिए पाठ्यपुस्तकों से किसी भी अतिरंजित ऐतिहासिक जानकारी या व्यक्तियों के अनावश्यक महिमामंडन को समाप्त करने का निर्णय किया है. प्राथमिक और माध्यमिक विद्यार्थियों के लिए नयी पाठ्यपुस्तकों में अब कहा जाएगा कि जियाउर रहमान घोषित ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान नहीं हैं.
द डेली स्टार की एक रिपोर्ट में बोला गया है कि 1971 में बांग्लादेश की आजादी. ज़ियाउर रहमान एक बांग्लादेशी सैन्य अधिकारी और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने बांग्लादेश के छठे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया. 5 अगस्त को शेख हसीना गवर्नमेंट के पतन के बाद, एनसीटीबी ने नए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम-2022 को बंद करने और 2025 में प्रारम्भ होने वाले 2012 के पाठ्यक्रम पर वापस लौटने का विकल्प चुना. पुराने पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा चार से नौ तक की पाठ्यपुस्तकों को संशोधित किया जा रहा है, जबकि कक्षा एक से तीन तक की पाठ्यपुस्तकें अपरिवर्तित रहेंगी. बदलाव को सुविधाजनक बनाने के लिए, विभिन्न ग्रेडों में 33 पाठ्यपुस्तकों को संशोधित करने के लिए जानकार समितियों का गठन किया गया है.
प्रत्येक समिति, जिसमें तीन से पांच विषय जानकार शामिल हैं. एनसीटीबी और अंतरिम गवर्नमेंट के निर्देशों के मुताबिक बदलाव लागू करने का काम सौंपा गया है. इस प्रक्रिया में शामिल एक सदस्य ने द डेली स्टार से बात की और कहा, “पिछली गवर्नमेंट के कार्यकाल के दौरान लिखी गई कई पाठ्यपुस्तकों में पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना के आख्यानों और भाषणों के साथ-साथ अन्य अतिरंजित जानकारी भी शामिल है. हमें ऐसी सामग्री को हटाने का निर्देश दिया गया है