कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को बोला कि अंबेडकर टकराव का एकमात्र निवारण यह है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर अपनी टिप्पणी पर राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए. मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, जयराम रमेश ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले सात दिनों से कांग्रेस पार्टी ‘अंबेडकर सम्मान’ हफ्ते इंकार रही है, जिसके दौरान विभिन्न स्थानों पर 100 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई हैं.
जयराम रमेश ने बोला कि यह 17 दिसंबर को गृह मंत्री द्वारा अंबेडकर के अपमान के उत्तर में है. आज सभी जिलों में बैठकें हो रही हैं और राष्ट्रपति को सौंपने के लिए एक डॉक्यूमेंट्स तैयार किया जा रहा है. इस स्थिति का एकमात्र निवारण यही है कि गृह मंत्री को बर्खास्त किया जाये और माफी मांगी जाये. उन्होंने बोला कि पिछले 7 दिन से कांग्रेस पार्टी पार्टी ‘अंबेडकर सम्मान सप्ताह’ इंकार रही है. हमने अमित शाह द्वारा अंबेडकर जी के अपमान किए जाने के मुद्दे में राष्ट्र के 100 से अधिक शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की हैं. आज सभी जिलों में बैठक हो रही है, मोर्चा निकालकर एक डॉक्यूमेंट्स तैयार किया जा रहा है, जिसे राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा.
उन्होंने स्पष्ट रूप से बोला कि हमारी मांग है कि गृह मंत्री अमित शाह माफी मांगें और गृह मंत्री को कैबिनेट से बर्खास्त किया जाए. इस बीच, बीआर अंबेडकर पर संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के विरुद्ध कांग्रेस पार्टी पार्टी आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है. शाह ने कथित तौर पर राज्यसभा में कहा, “अगर उन्होंने (विपक्ष ने) अंबेडकर के बजाय इतनी बार भगवान का नाम लिया होता, तो उन्हें सात जन्मों के लिए स्वर्ग मिल जाता.“
शाह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद, संसद में पिछले सप्ताह संसद के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने समानांतर विरोध प्रदर्शन देखा, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच भारी मारपीट हुई और दो बीजेपी सांसद, प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए. सत्तारूढ़ बीजेपी सांसद बाबासाहेब अंबेडकर का “अपमान” करने के लिए कांग्रेस पार्टी पार्टी के विरुद्ध संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. राहुल गांधी के नेतृत्व में इण्डिया ब्लॉक के सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और अंबेडकर पर उनकी टिप्पणी पर शाह के इस्तीफे की मांग की.