लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के महासचिव सीताराम येचुरी के मृत्यु पर गहरा दुख जताते हुए बोला कि येचुरी राष्ट्र के बारे में गहरी समझ रखने वाले और हिंदुस्तान की अवधारणा (आइडिया ऑफ इंडिया) के संरक्षक थे. येचुरी का गुरुवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 72 साल की उम्र में मृत्यु हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे.
येचुरी के मृत्यु की समाचार मिलने पर राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सीताराम येचुरी जी मित्र थे. हमारे राष्ट्र की गहरी समझ रखने वाले और हिंदुस्तान की अवधारणा के संरक्षक थे. मुझे हमारे बीच होने वाली लंबी चर्चाओं की कमी खलेगी. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी येचुरी के मृत्यु पर दुख जताते हुए कहा, ‘‘सीताराम येचुरी एक बहुत अच्छे इंसान, बहुभाषी, व्यावहारिक प्रवृत्ति वाले धुर मार्क्सवादी, सीपीएम के एक स्तंभ और विलक्षण बौद्धिक क्षमता और हास्यबोध वाले एक बहुत बढ़िया सांसद थे. वह अब नहीं रहे.’’
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमारा तीन दशकों का साथ रहा. हमने विभिन्न अवसरों पर निकटता से एक-दूसरे का योगदान किया. हर सियासी दल में उनके मित्र थे और दृढ़ विश्वास तथा सुन्दर चरित्र के लिए उनकी प्रशंसा की जाती थी.’’ रमेश ने कहा, ‘‘सलाम तोवरिश (कॉमरेड). आपने हमें बहुत पहले ही छोड़ दिया, लेकिन आपने सार्वजनिक जीवन को बहुत समृद्ध किया और इसे कभी भुलाया नहीं जाएगा.’’