Manipur violence : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मणिपुर अत्याचार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पत्र को लेकर उन्हें पत्र लिखा है. उन्होंने मणिपुर मुद्दे में कांग्रेस पार्टी के आरोपों को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया.
नड्डा ने पत्र में लिखा, चौंकाने वाली बात यह है कि मणिपुर में स्थिति को सनसनीखेज बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी पार्टी द्वारा बार-बार कोशिश किए जा रहे हैं. ऐसा लगता है कि आप भूल गए हैं कि न सिर्फ़ आपकी गवर्नमेंट ने हिंदुस्तान में विदेशी उग्रवादियों के गैरकानूनी प्रवास को वैध बनाया, बल्कि तत्कालीन गृह मंत्री पी। चिदंबरम ने उनके साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए थे! गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने राष्ट्र से भागने वाले इन ज्ञात उग्रवादी नेताओं को उनके अस्थिर करने के प्रयासों को जारी रखने के लिए पूरे दिल से समर्थन और प्रोत्साहन दिया गया.
पत्र में बोला गया कि आपकी गवर्नमेंट के अनुसार हिंदुस्तान की सुरक्षा और प्रशासनिक प्रोटोकॉल की यह पूरी तरह से विफलता एक प्रमुख कारण है कि उग्रवादी और आदतन हिंसक संगठन मणिपुर में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को नष्ट करने और इसे कई दशकों पीछे तानाशाही के युग में धकेलने का कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने बोला कि मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि कांग्रेस पार्टी के विपरीत, हमारी गवर्नमेंट किसी भी मूल्य पर ऐसा नहीं होने देगी. हिंदुस्तान की प्रगति को पटरी से उतारने की चाहत रखने वाली विदेशी ताकतों के गठजोड़ का समर्थन और प्रोत्साहन देने वाले कांग्रेस पार्टी नेताओं का यह पैटर्न वास्तव में चिंताजनक है. इन व्यक्तियों के दुर्भावनापूर्ण इरादों को पहचानने में इस विफलता के परिणामस्वरूप, आपकी पार्टी अक्सर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलती नजर आती है.
भाजपा अध्यक्ष ने प्रश्न किया कि क्या यह विफलता कांग्रेस पार्टी की सत्ता की लालसा के कारण उत्पन्न दुर्भाग्यपूर्ण अंधेपन का रिज़ल्ट है या लोगों को विभाजित करने और हमारे लोकतंत्र को दरकिनार करने की सावधानीपूर्वक तैयार की गई रणनीति का हिस्सा है, यह हमारे राष्ट्र को जानने का अधिकार है.