मैहर, 10 जनवरी (आईएएनएस). मध्य प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने शुक्रवार को आईएएनएस से वार्ता के दौरान एचएमपीवी को लेकर प्रदेश गवर्नमेंट की तैयारियां का ब्योरा दिया. उन्होंने कहा, प्रदेश की जनता को एचएमपीवी से घबराने की आवश्यकता नहीं है.
डिप्टी मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने मैहर के सिविल हॉस्पिटल का दौरा किया. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने एचएमपीवी से सजग रहने की राय दी.
उन्होंने बोला कि राज्य गवर्नमेंट एचएमपीवी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. हमारे अस्पतालों में पर्याप्त प्रबंध है. केंद्र और राज्य गवर्नमेंट ने नजर बनाई हुई है. एडवाइजरी जारी की जा रही हैं और हेल्थ वर्करों को सूचित किया गया है. अस्पतालों की आपातकालीन वार्ड में यदि आवश्यकता पड़ती है, तो प्रबंध करने के लिए निर्देश दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मुद्दे धीरे-धीरे राष्ट्र में बढ़ रहे हैं. हिंदुस्तान गवर्नमेंट की स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. हाल ही में महाराष्ट्र से दो मुद्दे सामने आए थे.
बता दें कि एचएमपीवी को लेकर जानकारों का मानना है कि इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है. गवर्नमेंट ने इसे लेकर सभी राज्यों से सावधानी और सतर्कता बरतने को बोला है.
डॉक्टरों का मानना है कि यह मुख्य रूप से हल्के श्वसन रोगों से जुड़ा हुआ है. कर्नाटक में हाल ही में तीन महीने के बच्चे का मुद्दा पाया गया, जो इस इससे संक्रमित था. बच्चे को हॉस्पिटल से छुट्टी भी दे दी गई. यह मुद्दा बताता है कि इससे उत्पन्न रोग में आम तौर पर हल्के लक्षण पैदा होते हैं. हालांकि, एक वर्ष से छोटे बच्चों, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, और कमजोर इम्यून सिस्टम वालों और पहले से ही कई बीमारियों का सामना कर रहे लोगों को ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता है. ये लोग हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं.
इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ होना शामिल है. वहीं, इसके गंभीर मामलों में हॉस्पिटल में भर्ती होने के साथ ऑक्सीजन थेरेपी और वेंटिलेशन की भी जरूरत हो सकती है