दिवाली और छठ पूजा के लिए सभी ट्रेनों में मारामारी चल रही है. जनरल कोचों में पैर रखने की स्थान नहीं मिल रही है, कुछ ऐसा ही हाल स्लीपर का भी है. एक यात्री कोच में चढ़ने की मशक्कत कर रहा था. लेकिन सफल नहीं हो पा रहा था. तभी उसे एक खाली कोच दिखा, जो बाहर से देखने में शानदान लग रहा था. उसी समय ट्रेन का सिग्नल हो गया और रेंगने लगी. यात्री बगैर मौका गवाएं, उसी कोच में सवार हो गया. ट्रेन चलने के बाद टीटी आ गया और उसने ऐसा यात्रा बना दिया जिसे यात्री पूरे जीवन भूल नहीं पाएगा. उसका पूरा प्लान कबाड़ा हो गया.
आगरा डिवीजन के मथुरा जं. स्टेशन से गुजरने वाली विभिन्न ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा, अनियमित यात्रा, बिना बुक लगेज, गंदगी फ़ैलाने वालों को पकड़ने के लिए जांच चल रही थी. इस दौरान फर्स्ट एसी कोच में एक यात्री पकड़ा गया जो अनियमित यात्रा टिकट लेकर यात्रा कर रहा था, यानी उसके पास टिकट जनरल का था लेकिन वो फर्स्ट ऐसी में सवार था. टीटी ने उसे पकड़ लिया.
पूछताछ में कहा कि दीपावली मनाने घर जाना है. भीड़ की वजह से किसी भी ट्रेन में चढ़ नहीं पा रहा था, सुबह से कई ट्रेन में प्रयास कर चुका था. यह अंतिम ट्रेन थी, इसलिए एक कोच में भीड़ कम दिखी, झट से चढ़ गया. मुझे पता नहीं कि यह कौन सा कोच है. यह भी सुना है कि त्योहार में ट्रेनों में चेकिंग कम होती है, इसलिए भी जो कोच दिखा, उसी में चढ़ गया था. टीटी ने पिछले स्टेशन से उस पर पेनाल्टी लगा दी. वो बार बार टीटी से निवेदन करता रहा लेकिन टीटी ने नियमों का हवाला देते हुए उसकी एक न सुनी.
इसके अतिरिक्त जांच के दौरान 69 बिना टिकट यात्रियों से 39040 रुपये, अनियमित यात्रा करने वाले 59 यात्रियों से 29060 रुपये तथा 16 यात्रियों से गंदगी फैलाने/धूम्रपान करने पर 1900 रुपये सहित कुल 145 यात्रियों से 69950 का जुर्माना वसूल किया गया.