वेस्ट त्रिपुरा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को त्रिपुरा के सीएम डाक्टर माणिक साहा के साथ सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने पड़ोसी देश पाक और बांग्लादेश के हालातों पर चर्चा की.
मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने बोला कि पाक इन्सानियत का कैंसर है, जो पूरी दुनिया के लिए नासूर बन चुका है. आजादी के समय का कांग्रेस पार्टी नेतृत्व और जोगेंद्र नाथ मंडल यदि मिलकर मुसलमान लीग की षड्यंत्र को विफल कर देते तो यह नासूर अस्तित्व में नहीं होता. जब तक पाक का ऑपरेशन नहीं होगा, तब तक उपचार संभव नहीं है. पाक का इलाज प्रारम्भ हो चुका है. अब पाक अधिकृत कश्मीर के लोग हिंदुस्तान में शामिल होना चाहते हैं. बलूचिस्तान भी पाक से अलग होना चाहता है.
मुख्यमंत्री योगी ने बोला कि संत ईश्वरीय सत्ता के प्रतिनिधि के रूप में इस धराधाम पर आकर कार्य कर रहे हैं. इतनी बड़ी संख्या में संत यदि किसी कार्य में जुड़ जाएंगे तो उसे सफल होना ही है. संतों के सानिध्य में हमें धर्म जागरण के अभियान को आगे बढ़ाने की जरूरत है. हमें मिलकर कार्य करना होगा और इस बात का ध्यान रखना है कि विधर्मियों को अवसर नहीं देना है. बांग्लादेश जैसे स्थिति की पुनरावृत्ति यहां ना होने पाए, इसके लिए ऐसी शक्तियों को हमें खत्म करना है. हमें राष्ट्र और धर्म को सुरक्षित रखना है.
पड़ोसी देश बांग्लादेश के हालात को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने बोला कि यहां के राजा में शक्ति एवं सामर्थ्य था, इसलिए त्रिपुरा स्वतंत्र एवं सुरक्षित रहा. यहां के राजा ने जनता को एकजुट करके त्रिपुरा को विधर्मियों एवं विदेशी आक्रांताओं से बचाए रखा. जो सामर्थ्यवान होगा और ताकत का एहसास अपने दुश्मनों को कराएगा, वो हमेशा सुरक्षित रहेगा. लेकिन, जो अपनी ताकत खोकर अपने शत्रु और मित्र को समझने में भूल करेगा, उसी प्रकार का खामियाजा भुगतेगा जैसा आज बांग्लादेश में हो रहा है. बांग्लादेश के हालात पर हमें चिंतन करने की जरूरत है कि इसके लिए कौन लोग उत्तरदायी हैं.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी के साथ महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा, त्रिपुरा के पूर्व सीएम एवं सांसद विप्लब देब, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य, एनडीए के सहयोगी एवं त्रिपुरा राज परिवार के राजकुमार प्रमोद बिक्रम माणिक्य देब बर्मा, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह मंत्री सचिंद्रनाथ सिन्हा, त्रिपुरा गवर्नमेंट के मंत्री, विधायक एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.