Budget 2025: आज 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का पहला दिन था और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों—लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन में 59 मिनट का संबोधन दिया। उन्होंने अपने अभिभाषण की आरंभ कुंभ हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए की और इस दौरान केंद्र गवर्नमेंट की योजनाओं की सराहना की। राष्ट्रपति ने बोला कि बुजुर्गों को आयुष्मान योजना का फायदा मिला है, छोटे कारोबारियों के लिए लोन लिमिट दोगुनी की गई है और 3 करोड़ नए घरों का निर्माण जल्द पूरा होगा। पीएम मोदी ने इस सत्र में ऐतिहासिक बिल पेश करने का आश्वासन दिया और बोला कि महिलाओं, किसानों और युवाओं को सर्वोच्च अहमियत दी जाएगी।
किसानों के लिए गवर्नमेंट की योजनाएं
केंद्र गवर्नमेंट किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रही है। 332 मिलियन टन अनाज उत्पादन हुआ है, और खरीब-रबी फसलों की MSP में वृद्धि की गई है। इसके अलावा, मोटे अनाज की खरीद पर तीन गुना राशि खर्च की गई है। कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के दायरे को बढ़ावा दिया जाएगा, और प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय मिशन प्रारम्भ किया गया है।
छात्रों के लिए योजनाएं
सरकार ने विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा में सहायता देने वाली योजनाएं प्रारम्भ की हैं। 500 कंपनियों में विद्यार्थियों को इंटर्नशिप देने का अवसर मिलेगा। पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून लागू किया गया है। इसके साथ ही 26 हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति के साथ ग्राम सड़क योजना को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
गरीबों और मिडिल क्लास के लिए फैसले
सरकार गरीबों को गरिमापूर्ण जीवन देने के लिए काम कर रही है। 25 करोड़ लोग गरीबी को परास्त करके आगे बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही, सरकारी कर्मचारियों के सम्मान के लिए आठवें वेतन आयोग के गठन का फैसला लिया गया और कर्मचारियों को 50% पेंशन देने का निर्णय लिया गया है।
आदिवासी समाज के कल्याण के लिए प्रयास
देश के विकास में सभी वर्गों को बराबरी का फायदा मिल रहा है। आदिवासी समाज के लिए 770 से अधिक एकलव्य विद्यालय खोले गए हैं और 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। स्वास्थ्य के लिए 5 करोड़ व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है।
बुनियादी ढांचे का विकास
सरकार ने राष्ट्र के इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए कई जरूरी कदम उठाए हैं। बुनियादी ढांचे का बजट 2 लाख करोड़ से बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। डीप वाटर मेगा पोर्ट और रेल योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है, जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेललाइन को जोड़ देगा।