Mamta Kulkarni Mahamandaleshwar : अदाकारा ममता कुलकर्णी ने शुक्रवार को प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई और गृहस्थ जीवन से संन्यास लेने की घोषणा की. किन्नर अखाड़े ने ममता का पिंडदान कराने के बाद महामंडलेश्वर पद पर उनका पट्टाभिषेक भी कर दिया. प्रयागराज महाकुंभ में ममता को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर बवाल मच गया. कई संत इस निर्णय से खासे नाराज हैं.
किन्नर अखाड़े ने ममता को यमाई ममता नंद गिरी नाम दिया. ममता ने किन्नर अखाड़ा पहुंचकर आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. इसके बाद वह अखिल भारतीय अखाड़े के अध्यक्ष रविंद्र पुरी से भी मिलीं. ममता इस दौरान साध्वी के कपड़ों में दिखाई दीं.
इस कार्यक्रम में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि, किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अन्य किन्नर महामंडलेश्वरों की उपस्थिति में सबसे पहले पांच महामंडलेश्वरों- गिरनारी नंद गिरि, कृष्णानंद गिरि, राजेश्वरी नंद गिरि, विद्या नंद गिरि और नीलम नंद गिरि का पट्टाभिषेक किया गया. इसके बाद फिल्म अदाकारा ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक हुआ.
क्यों मचा बवाल : प्रयागराज महाकुंभ में आए कई संत ममता बनर्जी को महामंडलेश्वर बनाए जाने से नाराज हैं. उनका बोलना है कि ऐसे ही किसी को उठाकर संत नहीं बना देते हैं. उसका चरित्र देखा जाता है. किन्नर अखाड़े को मान्यता देकर महापाप हुआ है. हालांकि कुछ संतों का मानना है कि ममता पर जो इल्जाम लगे थे. वो अब तक सिद्ध नहीं हो पाए हैं. संन्यास लेने का अधिकार सभी को है.
विश्व की प्रथम किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी भी इस निर्णय से खासी नाराज हैं. उन्होंने एक टीवी चैनल से वार्ता में ममता को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने बोला कि किन्नर अखाड़ा सिर्फ़ किन्नरों के लिए हैं. उन्होंने पूछा कि किन्नर अखाड़े ने एक महिला को महामंडलेश्वर क्यों बनाया?
क्या बोलीं ममता कुलकर्णी : ममता कुलकर्णी का बोलना है कि उन्होंने कुपोली आश्रम में जूना अखाड़ा के चैतन्य गगन गिरि महाराज से 23 वर्ष पहले दीक्षा ली थी. वह 2 वर्ष से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के संपर्क में हैं. उन्होंने बोला कि ये महादेव और मेरे पूर्ण गुरु का आदेश था मैं उसका पालन कर रही हूं.
कौन हैं ममता कुलकर्णी : ममता कुलकर्णी 1990 के दशक में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री की चर्चित अदाकारा रही है, उनके जलवों पर लोग फिदा थे. अचानक से ममता फिल्मी दुनिया से दूर गुमनामी में चली गई, तकरीबन 12 वर्ष बाद उन्होंने ऐसी एंट्री मारी कि उनके चाहने वाले हक्के-बक्के रह गए. ममता कुलकर्णी की यादगार फिल्मों में ‘करण अर्जुन’, ‘छुपा रुस्तम’, और ‘बाजी’ है. रूपहले पर्दे की चकाचौंध में उनकी गिनती हॉट अभिनेत्रियों में की जाती थी. सन् 2016 में ममता का नाम एक विवादास्पद ड्रग्स मुकदमा में भी सामने आया था.