Budget 2024 : पीएम नरेन्द्र मोदी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए 2024-25 के बजट को विकास की नयी ऊंचाई पर ले जाने वाला जरूरी बजट करार दिया. उन्होंने बोला कि यह समाज के हर वर्ग को शक्ति देने वाला है.
उन्होंने एक वीडियो संदेश के माध्यम से बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बोला कि यह बजट हिंदुस्तान को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए ‘उत्प्रेरक’ का काम करेगा और विकसित हिंदुस्तान की नींव भी रखेगा.
वित्त मंत्री और उनकी पूरी टीम को इस बजट के लिए शुभकामना देते हुए उन्होंने बोला कि यह बजट राष्ट्र के गांव, गरीब, किसान को समृद्धि की राह पर ले जाने वाला बजट है. पिछले 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं और इससे नया मध्यम वर्ग बना है, यह उनके सशक्तीकरण की निरंतरता का भी बजट है.उन्होंने बोला कि यह नौजवानों को अनगिनत नए अवसर देने वाला बजट है. इस बजट से शिक्षा और स्किल (कौशल) को नई गति मिलेगी. यह मध्यम वर्ग को नयी ताकत देने वाला बजट है. यह जनजातीय समाज, दलित, पिछड़ों को सशक्त करने की मजबूत योजनाओं के साथ आया है.
पीएम मोदी ने बोला कि NDA गवर्नमेंट ने पिछले 10 वर्ष में ये सुनिश्चित किया है कि गरीब और मध्यम वर्ग को लगातार टैक्स से राहत मिलती रहे. इस बजट में भी आयकर में कटौती और स्टेंडर्ड डिडक्शन में वृद्धि का बहुत बड़ा निर्णय लिया गया है. टीडीएस के नियमों को भी सरल किया गया है. इन कदमों से हर टैक्सपेयर को अतिरिक्त बचत होने वाली है.
प्रधानमंत्री ने बोला कि इस बजट से स्त्रियों की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी और इससे छोटे व्यापारियों और लघु उद्योगों को प्रगति का नया रास्ता मिलेगा. उन्होंने बोला कि इसमें विनिर्माण और अवसंरचना विकास पर भी बल दिया गया है जिससे आर्थिक विकास को नयी गति मिलेगी और निरंतरता मिलेगी.
रोजगार और स्वरोजगार के अभूतपूर्व अवसर को अपनी गवर्नमेंट की पहचान करार देते हुए पीएम ने बोला कि आज का बजट इसे और सुदृढ़ करता है. रोजगार संबंधी बजट घोषणाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बोला कि इससे राष्ट्र में करोड़ों नए रोजगार बनेंगे और जीवन में पहली जॉब पाने वाले युवा की पहली तनख्वाह गवर्नमेंट देगी.
उन्होंने बोला कि कौशल विकास और उच्च शिक्षा के लिए सहायता हो या फिर एक करोड़ नौजवानों को इंटेंसिव (प्रोत्साहन) की योजनाएं, इससे गांव के गरीब युवाओं को राष्ट्र की शीर्ष कंपनियों में काम करने का अवसर मिलेगा, उनके सामने संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे. हमें हर शहर, हर गांव में घर-घर उद्यमी बनाना है.
मोदी ने बिना गारंटी मुद्रा लोन की सीमा को 10 लाख से बढ़कर 20 लाख रुपए बढ़ाए जाने का उल्लेख करते हुए बोला कि इससे छोटे कारोबारियों विशेष रूप से महिलाओं, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों में स्वरोजगार को बल मिलेगा. हम सब लोग मिलकर हिंदुस्तान को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाएंगे.