श्रीनगर को धरती का स्वर्ग बोला जाता है। घाटी की सुंदरता का कई कवियों और इतिहासकारों ने अपने शब्दों में बखान किया है। उसी कश्मीर के लिए तकरीबन 30 वर्ष पहले एक सपना बुना गया था। श्रीनगर को ट्रेन से राष्ट्र के अन्य हिस्सों से जोड़ने का। महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की डेडलाइन को बार-बार बढ़ाया गया, लेकिन अब यह ख्वाब हकीकत बनने के करीब है।
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक का काम पूरा होने को है। कटरा-बनिहाल रेल रूट पर हाईस्पीड ट्रेन ट्रायल सफल रहा है। ट्रायल के अनुसार कटरा से महज 90 मिनट में ट्रेन बनिहाल पहुंच गई। ट्रायल के दौरान ही भारतीय रेलवे ने इतिहास रच दिया। ट्रेन 180 डिग्री ग्रेडिएंट (स्लोप- चढ़ाव और ढलान) पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। अब श्रीनगर के पटना, दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता जैसे शहरों से ट्रेन नेटवर्क से सीधे जुड़ने की आसार काफी बढ़ गई है।
भारतीय रेल के अनुसार, कटरा-बनिहाल रेल रूट पर हाईस्पीड ट्रेन ट्रायल सफल रहा है। यह रेल खंड जिन क्षेत्र से होकर गुजरता है, वह काफी चैलेंजिंग है। पर्वत और घाटियां रेल कनेक्टिविटी के लिए काफी चुनौतीपुर्ण है। इसके बावजूद भारतीय रेलवे के इंजीनियर्स ने कमाल कर दिया। भारतीय रेलवे के नॉर्दर्न सर्किल के रेलवे सेफ्टी कमिश्नर दिनेश चंद देशवाल ने इस रेल सेक्शन पर स्वयं हाईस्पीड ट्रेन ट्रायल की मॉनिटरिंग की। सीआरएस देशवाल ने राष्ट्र के अन्य हिस्सों से श्रीनगर के लिए ट्रेन ऑपरेशन जल्द प्रारम्भ होने को लेकर पॉजिटिव इंडिकेशन दिए हैं। ऐसे में यह आशा की जा रही है कि ट्रायल रन की समीक्षा करने के बाद इसपर जल्द ही बड़ निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने बोला कि बुधवार को ट्रायल प्रोससे खत्म होने के बाद डाटा कलेक्ट किया जाएगा। इसके बाद केंद्र ट्रेन सर्विस प्रारम्भ करने को लेकर निर्णय लेगा।
110 KM प्रति घंटे की रफ्तार
हाईस्पीड ट्रायल के लिए दौड़ाई गई ट्रेन में सीआरएस देशवाल स्वयं उपस्थित थे। उन्होंने कटरा से बनिहाल तक की दूरी तय की। उन्होंने कहा कि बनिहाल से कटरा पहुंचने के बाद वह सभी डाटा को एनालाइज करेंगे। इसके बाद कश्मीर के लिए डायरेक्ट ट्रेन सर्विस प्रारम्भ करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा। ट्रायल के दौरान चुनौतीपूर्ण कंडीशन में ट्रेन 110 की रफ्तार से चली। इस दौरान किसी भी तरह की समस्या नहीं आई। 180 डिग्री के कर्व के साथ हाईस्पीड ट्रायल को पूरा किया गया। यह रेलवे के लिए ऐतिहासिल पल है। देशवाल ने कहा कि कटरा से बनिहाल तक ट्रेन चलाने के साथ ही रेलवे ने नया इतिहास लिखा है।
90 मिनट में कटरा से बनिहाल
कटरा से बनिहाल जाने के लिए आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पर्वतीय क्षेत्र होने की वजह से काफी मुश्किलें आती हैं। रेलेवे की सीधी कनेक्टिविटी के बाद सारी मुश्किलें आसान हो जाएंगी। ट्रायल के दौरान कटरा से ट्रेन सुबह 10:30 बजे डिपार्ट हुई और महज 90 मिनट यानी डेढ़ घंटे में बनिहाल पहुंच गई। यह फाइनल ट्रायल रन थी। सीआरएस देशवाल ने कहा कि वह यह तो नहीं बता सकते कि राष्ट्र के अन्य हिस्सों से श्रीनगर के लिए कब से डायरेक्ट ट्रेन सर्विस प्रारम्भ होगी, क्योंकि ट्रायल के दौरान कलेक्ट किए गए सभी डाटा का विश्लेषण किया जाएगा। इसके बाद ट्रेन ऑपरेशन पर निर्णय लिया जाएगा। आशा है कि इसपर जल्द ही निर्णय ले लिया जाएगा।