मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती और उनके लेबनानी समकक्ष अब्दुल्ला बौ हबीब ने लेबनान के हालात और क्षेत्र में बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयासों पर चर्चा की. मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार को टेलीफोन पर वार्ता में अब्देलती ने लेबनान में तुरन्त युद्ध विराम के लिए मिस्र की कोशिशों की चर्चा की.
बयान के अनुसार, अब्देलती ने बढ़ते तनाव को कम करने की जरुरत पर बल दिया, ताकि क्षेत्र को बड़े पैमाने पर युद्ध में घसीटे जाने से रोका जा सके.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र के शीर्ष राजनयिक ने दक्षिणी लेबनान में संयुक्त देश अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) को इजरायली सेना द्वारा जानबूझकर निशाना बनाए जाने की निंदा की.
अब्देलती ने मौजूदा गंभीर परिस्थितियों के मद्देनजर लेबनान को हर तरह की सहायता प्रदान करने की मिस्र की ख़्वाहिश पर बल दिया. उन्होंने बोला कि मिस्र ने अब तक लेबनान को 44 टन सहायता भेजी है.
शीर्ष राजनयिकों के बीच यह चर्चा गाजा में इजरायली सेना द्वारा हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या, गाजा और लेबनान में जारी इजरायली हमलों और ईरान पर धावा करने की इजरायली धमकियों के बाद बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच हुई.
इस बीच जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने गाजा पट्टी और लेबनान संघर्ष को कम करने के उपायों पर इतालवी पीएम जियोर्जिया मेलोनी के साथ चर्चा की. शुक्रवार को जॉर्डन के बंदरगाह शहर अकाबा में दोनों नेताओं की बैठक हुई.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने जॉर्डन की सरकारी समाचार एजेंसी पेट्रा के हवाले से कहा कि दोनों नेताओं ने तुरन्त युद्धविराम तक पहुंचने, नागरिकों की रक्षा करने और लोगों की पीड़ा को खत्म करने के प्रयासों को तेज करने की जरुरत पर बल दिया.इतालवी पीएम ने गाजा के लोगों का समर्थन करने में जॉर्डन के मानवीय कोशिशों की सराहना की.