आर्मी चीफ की तरफ से एलएसी से लेकर एलओसी तक राष्ट्र को दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया गया. लेकिन आर्मी चीफ के बयान के बाद पाक तिलमिलाता नजर आ रहा है. पाक को आतंकवाद का केंद्र बताए जाने के बाद पाकिस्तानी सेना ने एक बयान जारी किया है.
पाकिस्तानी सेना और विदेश कार्यालय ने इंडियन आर्मी प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी के उस बयान को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने बोला था कि इस्लामाबाद अपने पड़ोस में आतंकवाद का इंजन है, यह अत्यधिक दोहरेपन का क्लासिक मुद्दा है. इंडियन आर्मी प्रमुख का यह बोलना कि पाक आतंकवाद का केंद्र है, न सिर्फ़ तथ्यों के उल्टा है, बल्कि हिंदुस्तान की डिफ़ॉल्ट स्थिति को मात देने की निरर्थक कवायद भी है – राज्य प्रायोजित क्रूरता की आंतरिक प्रतिक्रियाओं के लिए पाक को गुनेहगार ठहराना.
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में पाक के आतंकवाद का केंद्र होने संबंधी जनरल द्विवेदी की टिप्पणी को खारिज किया. उसने बोला कि इस तरह के राजनीति से प्रेरित और भ्रामक बयान इंडियन आर्मी के अत्यधिक राजनीतिकरण को दर्शाते हैं. पाकिस्तानी सेना ने बोला कि पाक ऐसी आधारहीन टिप्पणियों पर कड़ी विरोध जताता है. पाक में गैर-मौजूद आतंकी ढांचे की कल्पना करने के बजाय आत्म-भ्रम में न पड़ना और जमीनी हकीकत की सराहना करना बुद्धिमानी होगा. वहीं, पाक के विदेश कार्यालय ने बोला कि भारतीय नेतृत्व की ऐसी बयानबाजी जम्मू और कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान नहीं भटका सकती.
विदेश कार्यालय ने बोला कि जम्मू और कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत विवादित क्षेत्र है, जिसकी आखिरी स्थिति संयुक्त देश सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के मुताबिक निर्धारित की जानी है. उसने बोला कि हिंदुस्तान के पास पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान के क्षेत्रों पर दावा करने का कोई कानूनी या नैतिक आधार नहीं है. पाक ने बोला कि इस तरह की उकसावे वाली टिप्पणियां” क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए नुकसानदायक हैं. पाक ने बोला कि इस तरह की उकसावे वाली टिप्पणियां क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए नुकसानदायक हैं.