तेहरान: मिडिल ईस्ट में बढ़ते संकट के बीच, इजरायली डिफेन्स फ़ोर्स (IDF) ने हिजबुल्लाह के कई ठिकानों पर जोरदार हमले किए. IDF के अनुसार, दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर रातभर हुए इन हमलों में कई ठिकानों को नष्ट कर दिया गया है. यह धावा ईरान और लेबनान की धमकियों के बीच हुआ है, खासकर हमास लीडर इस्माइल हानिया की ईरान में हुई मर्डर के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर है.
ईरान ने हानिया की मृत्यु का बदला लेने का घोषणा किया था, हालाँकि, उसने हमास चीफ को अपने यहाँ दफ़न करने की इजाजत नहीं दी थी, क्योंकि हानिया सुन्नी था और ईरान शिया देश. 31 जुलाई को तेहरान में इस्माइल हानिया के हत्या से गुस्साए ईरान ने इजरायल को सबक सिखाने की धमकी दी थी और अब बताया जा रहा है कि ईरान किसी भी समय जंग छेड़ सकता है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी इस बात पर चिंता जताई थी कि ईरान और हिजबुल्लाह इजरायल पर धावा कर सकते हैं. लेकिन इन धमकियों को नजरअंदाज करते हुए इजरायल ने हिजबुल्लाह के कई ठिकानों को तबाह कर दिया. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बोला था कि ईरान और उसके सहयोगी हमें आतंकवाद के शिकंजे में जकड़ना चाहते हैं, लेकिन हम हर मोर्चे पर और हर क्षेत्र में उनके विरुद्ध खड़े होने के लिए तैयार हैं.
तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की मर्डर के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. हानिया गाजा में हमास का चीफ था और वह ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तेहरान गया था. इस घटना से एक दिन पहले लेबनान के बेरूत में हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर की भी मर्डर कर दी गई थी. हिजबुल्लाह ने भी इजरायल को टारगेट करना प्रारम्भ कर दिया था और बीते शनिवार को इजरायल पर लगभग 50 रॉकेट दागे थे, जिन्हें इजरायल के आयरन डोम ने असफल कर दिया था.
ईरान और हिजबुल्लाह द्वारा बदला लेने की धमकियों के बाद मिडिल ईस्ट में बड़े पैमाने पर युद्ध की संभावना बढ़ गई है. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए आपातकालीन मीटिंग की थी. पेंटागन ने आगे की स्थिति को संभालने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती का घोषणा किया है.