आधुनिक समय में डायबिटीज़ पांचवी सबसे बड़ी बीमारी है। हर साल डायबिटीज़ के मरीजों में बड़ी तेज़ी से इजाफा हो रहा है। वर्तमान समय में तकरीबन 15 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज़ से पीड़ित हैं। जबकि 2030 तक तकरीबन 75 करोड़ लोग डायबिटीज़ से पीड़ित हो सकते हैं। भारत में 2025 तक डायबिटीज़ के मरीजों की संख्या तकरीबन 6 करोड़ तक पहुंच सकती है। यह रोग रक्त में शर्करा स्तर के बढ़ने से होती है। साथ ही शरीर में इंसुलिन का उत्सर्जन बहुत कम या नहीं होता है। डायबिटीज़ के मरीजों को मीठा चीज़ों से परहेज करना चाहिए। साथ ही खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
विशेषज्ञों की मानें तो डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है, जिसमें परहेज ही प्रमुख दवा है। जबकि मरीज को रोजाना एक्सरसाइज भी करनी चाहिए। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटी हैं जो डायबिटीज़ रोग में बेहद फायदेमंद हैं। इनमें एक अपामार्ग है जो डायबिटीज़ के लोगों के लिए रामबाण दवा है। अगर आपको पता नहीं है, तो आइए जानते हैं कि अपामार्ग क्या है और कैसे यह डायबिटीज़ रोग कारगर साबित होता है-
अपामार्ग क्या है
अपामार्ग एक वनस्पति पौधा है जो ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई रोगों में लाभकारी होते हैं। खासकर डायबिटीज़ और पाचन संबंधी विकारों में यह अधिक प्रभावशाली है। ग्रामीण इलाकों में इसे दातुन के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि भारतीय जलवायु अपामार्ग के लिए अनुकूल होता है।
छपी एक लेख के अनुसार, अपामार्ग डायबिटीज़ के मरीजों के लिए दवा समान है। इसके यूज़ से न केवल ब्लड शुगर कंट्रोल होता है, बल्कि यह इंसुलिन उत्सर्जन में भी सहयोग करता है। इसके लिए अपामार्ग के फूलों के रस का सेवन रोजाना करना चाहिए। आप चाहे तो सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।