कोलेस्ट्रॉल एक वसायुक्त तत्व है. ये शरीर के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बैड है, क्योंकि यदि ये आपके शरीर में बहुत अधिक है तो यह आपकी धमनियों की दीवारों में फंस जाता है.
ओट्स फाइबर का अच्छा स्रोत है जिसमें बीटा ग्लूकन होता है. इस फाइबर की सबसे खास बात ये है कि ये अकेला ऐसा फाइबर है जिसे हमारा शरीर अवशोषित कर सकता है. इस फाइबर में प्राकृतिक रूप से ये क्षमता होती है कि ये खून में पहुंच रहे कोलेस्ट्रॉल को बाइंड कर लेते हैं. इस तरह से ये बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाने में शरीर की सहायता करता है. इसके साथ ही कुछ और ऐसे मिल्क है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में आपकी सहायता करते हैं. तो आइए जानते हैं उन मिल्क के बारे में जो बैड कोलेस्ट्रोल को कैसे कम करते हैं.
बीटा ग्लूकन एक पोषक तत्व है जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करता है. न्यूट्रीशन रिव्यू में प्रकाशित एक शोध ने सुझाव दिया कि प्रतिदिन 3 ग्राम बीटा-ग्लूकेन्स का सेवन करने से कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 5 फीसदी तक कम हो सकता है. इसी शोध में पाया गया कि बीटा ग्लूकन सेवन के समान स्तर पर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर सात फीसदी कम हो गया. ओट्स में बीटा-ग्लूकेन्स पाया जा सकता है, जिसमें 250 मिली गिलास ओट मिल्क में 1 ग्राम पोषक तत्व होता है.
साबुत अन्न वाले खाद्य पदार्थ खाने से दिल रोग का खतरा कम होता है. जई और जौ अत्यधिक खास हैं, क्योंकि वे ‘बीटा ग्लूकन’ नामक एक प्रकार के घुलनशील फाइबर में उच्च होते हैं. बीटा ग्लूकन आपके रक्त में बैड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करता है. जई का सेवन करने का उपाय दलिया के रूप में है, जिसमें दलिया का एक कटोरा होता है जिसमें 2 ग्राम बीटा-ग्लूकेन होता है जब इसे 40 ग्राम जई के साथ तैयार किया जाता है.
सोयाबीन्स या सोया प्रोटीन से तैयार होने वाले सोया मिल्क को उसकी पोषण संबंधी खूबियों की वजह से गाय के दूध का सबसे बेस्ट सब्स्टिट्यूट माना जाता है. इसमें प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट का उतना ही लेवल पाया जाता है जितना गाय के दूध में. साथ ही सभी महत्वपूर्ण अमीनो ऐसिड की मौजूदगी की वजह से इसे कंप्लीट प्रोटीन के तौर पर भी जाना जाता है. दिल की रोंगों से बचने के लिए भी सोया मिल्क का सेवन लाभकारी है. दरअसल, इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होता है, जिससे आप दिल की रोंगों से बचे रहते हैं. सोया दूध के 250 मिलीलीटर में लगभग 8 ग्राम प्रोटीन होता है, हालांकि सोया दूध में ओट मिल्क की तुलना में वसा और प्रोटीन अधिक होता है.