अगर आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं तो आपको रिटायरमेंट के बाद पेंशन सुविधा का लाभ हासिल होता है। लेकिन असंगठित क्षेत्र के कामगारों को इस तरह की किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है। बुढ़ापे या रिटायरमेंट के बाद हमें अपने खर्चों को बेहतर तरीके से मैनेज करने के लिए पेंशन की जरूरत पड़ती है। पेंशन का लाभ ना मिलने के कारण असंगठित क्षेत्र के कामगारों को रिटायरमेंट या बुढ़ापे के वक्त अपने रोजाना खर्चों को मैनेज करने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। यदि आप भी ऐसी ही कटेगरी में आते हैं और अपना रिटायरमेंट प्लान कर रहे हैं तो आपके लिए इंडियन पोस्ट की PPF (Public Provident Fund) स्कीम आपके लिए एक सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकती है। आइये जानते हैं इस स्कीम के बारे में।
क्या है निवेश की रकम
आप पोस्ट ऑफिस की Public Provident Fund स्कीम के तहत सालाना कम से कम 500 रुपये से अपना निवेश शुरू कर सकते हैं। वहीं, इस स्कीम में निवेश की अधिकतम राशि 1.50 लाख रुपये है। पोस्ट ऑफिस की इस योजना में जमाकर्ता आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत कटौती के लिए भी पात्र होते हैं।
ब्याज की दर
वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस की इस योजना में निवेश करने पर जमाकर्ता को सालाना 7.1 फीसद ब्याज दर का फायदा मिलता है। हर एक वित्तीय साल के आखिर में मिलने वाले ब्याज को जमाकर्ता के अकाउंट में डिपॉजिट कर दिया जाता है। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में मिलने वाला ब्याज इनकम टैक्स के दायरे से बाहर होता है।
कितना है मेच्योरिटी पीरियड
पोस्ट ऑफिस की Public Provident Fund योजना में आप 15 साल तक निवेश कर सकते हैं, इसके बाद आपका खाता मेच्योर हो जाएगा। हालांकि, इसमें खाता खुलवाने वाले साल को नहीं गिना जाता है।
कौन खुलवा सकता है अपना खाता
पोस्ट ऑफिस की PPF स्कीम के तहत कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 साल से अधिक अपना खाता खुलवा सकता है। इसके अलावा किसी नाबालिग का खाता भी उसके अभिभावक के द्वारा खुलवाया जा सकता है।