साल 2021 में आईपीओ का बाजार इस कदर गुलजार रहा है कि इसने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। आंकड़ों को देखें तो बीते 3 सालों में कुल इतने आईपीओ नहीं आए, जितने कि सिर्फ एक साल 2021 में आए। कमाई के मामले में भी निवेशकों के लिए यह साल बेहतर रहा, हालांकि पेटीएम और स्टारहेल्थ जैसे कुछ बड़े आईपीओ ने निवेशकों को हैराम भी किया, लेकिन कुल मिलाकर यह पूरा साल आईपीओ से गुलजार रहा है। वहीं अगले साल भी कई बड़े आईपीओ निवेशकों की झोली भरने के लिए तैयार हैं।
2021 में कुल 63 आईपीओ ने दी दस्तक
आंकड़ों के अनुसार, बीते तीन सालों में बाजार में आए आईपीओ पर नजर डालें तो साल 2018 में 25 आईपीओ लॉन्च किए गए थे। इसके बाद साल 2019 में 16 आईपीओ आए और साल 2020 में 18 आईपीओ पेश किए गए। इस तरह से बीते 3 साल में कुल 59 आईपीओ ने दस्तक दी थी, इसकी तुलना में अकेले साल 2021 में ही 63 आईपीओ बाजार में पेश किए गए। इनमें से कई को निवेशकों का साथ मिला तो कुछ को मायूसी हाथ लगी।
कंपनियों ने जुटाए दो लाख करोड़ से ज्यादा
इस साल 63 कंपनियों द्वारा बाजार से जुटाए गए कुल 2,02,009 करोड़ रुपये जुटाए गए। इनमें से केवल 51 फीसदी यानी 1,03,621 करोड़ रुपये ही ताजा पूंजी रही, बाकी 98,388 करोड़ रुपये पुराने बिक्री पेशकश के जरिये जुटाए गए। इस साल लिस्ट हुईं 58 कंपनियों में से 34 ने 10 फीसदी का मुनाफा निशेवकों को दिया। सबसे अधिक मुनाफे देने वाली कंपनी सिगाची इंडस्ट्री रही। कंपनी के शेयर का शुरुआती मूल्य 163 रुपये था, जो बढ़कर 570 रुपये तक पहुंचा। इसके मुनाफे में 250 फीसदी तक वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद पारस डिफेंस ने 185 फीसदी और लेटेंट व्यू ने 148 फीसदी का लाभ निवेशकों को पहुंचाया।
इन कंपनियों के आईपीओ ने किया मायूस
इस साल आए आईपीओ में से एक दर्जन से अधिक आईपीओ ने निवेशकों को मायूस भी किया। इनमें पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 और बिगबुल के नाम से जाने जाने वाले राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाला स्टारहेल्थ भी शामिल है। इस साल सबसे अधिक नुकसान सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ में हुआ। इसमें निवेशकों को 52 फीसदी तक का घाटा उठाना पड़ा। इसके बाद कारट्रेड टेक कंपनी के आईपीओ में 47.5 फीसदी का नुकसान हुआ।
इस साल आए ये बड़े आईपीओ
2021 में कई कंपनियों ने बाजार से भारी-भरकम रकम जुटाने के लिए अपने आईपीओ बाजार में उतारे। इनमें 18,300 करोड़ रुपये का इस वर्ष अब तक सबसे बड़ा आईपीओ पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का था। इसके बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमाटो का 9,300 करोड़ रुपये का आईपीओ था। इस वर्ष अब तक आईपीओ का औसत निर्गम 1,884 करोड़ रुपये रहा।
इस साल स्टार्टअप का रहा जलवा
साल 2021 में भारतीय स्टार्टअप ने बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई और नए कीर्तिमान हासिल किए। इन पर नजर डालें तो स्टार्टअप फंडिंग 100 अरब डॉलर के पार पहुंच गई। दूसरा इस साल रिकॉर्ड 40 स्टार्टअप यूनिकॉर्न बने। इसके अलावा 11 भारतीय स्टार्टअप शेयर बाजार में लिस्ट हुए, जिनमें से 9 स्टार्टअप अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में भी ट्रेडिंग कर रहे हैं। नए साल 2022 में भी यह उम्मीद जताई जा रही है कि करीब एक दर्जन स्टार्टअप बाजार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे।
जनवरी-मार्च तिमाही में एलआईसी का आईपीओ
सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की देखभाल करने वाले विभाग दीपम ने एलआईसी के मूल्यांकन का कार्य मिलिमैन एडवाइजर्स को सौंपा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एलआईसी का आईपीओ जनवरी-मार्च 2022 की तिमाही में ही लाया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीओ से जुड़ी प्रक्रियागत तैयारियां सही चल रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि यह दुनिया के सबसे बड़े आईपीओ में से एक होगा।
एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स का आईपीओ
साल 2022 में ऑफिसर्स च्वॉयस व्हिस्की बनाने वाले कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है। ये कंपनी 2300 करोड़ रुपये का आईपीओ ला सकती है। माना जा रहा है कि इस कंपनी का आईपीओ आने से कंपनी को 22,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की वैल्युएशन हासिल कर सकती है।
फ्लिपकार्ट ला सकती है आईपीओ
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी फ्लिपकार्ट अगले साल अपना आईपीओ लाने की तैयारी में है। इस संबंध में जारी हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2022 के अंत तक फ्लिपकार्ट अपना आईपीओ पेश कर सकती है। इस आईपीओ के जरिए हासिल विनिवेशन से कंपनी अपने ग्रोसरी सेक्शन का विस्तार कर सकती है।
स्नैपडील भी आईपीओ लाने को तैयार
साल 2022 में ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील अपना आईपीओ पेश कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के बड़े ई-कॉमर्स मंचों में से एक स्नैपडील ने सेबी के पास आईपीओ के लिए आवेदन किया है। मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मुताबिक, आईपीओ के तहत 1,250 करोड़ रुपये का ताजा निर्गम और 3.07 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश का प्रस्ताव शामिल है।