उन्होंने बोला कि चीन और रूस साफ रूप से दो रणनीतिक चुनौतियां, प्रतिद्वंद्वी हैं। यही कारण है कि इससे निपटने के लिए हिंदुस्तान के साथ संबंध बहुत जरूरी होने जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें इस बारे में साफ नजर रखनी चाहिए कि चीन और रूस क्या कर रहे हैं।
भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी रो खन्ना ने बोला है कि अपने रणनीतिक विरोधियों चीन और रूस से निपटने के लिए हिंदुस्तान के साथ अमेरिका के संबंध जरूरी हैं। खन्ना ने हिंदुस्तान से लौटने के बाद मंगलवार को रेडियो टॉक शो होस्ट ह्यू हेविट से बात की, जहां उन्होंने द्विदलीय कांग्रेस पार्टी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। उन्होंने बोला कि चीन और रूस साफ रूप से दो रणनीतिक चुनौतियां, प्रतिद्वंद्वी हैं। यही कारण है कि इससे निपटने के लिए हिंदुस्तान के साथ संबंध बहुत जरूरी होने जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें इस बारे में साफ नजर रखनी चाहिए कि चीन और रूस क्या कर रहे हैं।
खन्ना ने बोला कि अमेरिका के लिए यह आशा करना अनुचित है कि हिंदुस्तान चीन के साथ संघर्ष के दौरान मलक्का जलडमरूमध्य को अवरुद्ध कर देगा, लेकिन यदि बीजिंग ताइवान पर आक्रमण करता है तो नयी दिल्ली लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में अपनी सीमाओं पर दो मोर्चों पर युद्ध प्रारम्भ करने के लिए आक्रामक हो सकती है। हिंद महासागर और दक्षिण चीन सागर के बीच की कड़ी के रूप में मलक्का जलडमरूमध्य हिंदुस्तान और चीन के बीच सबसे छोटा समुद्री मार्ग है और इसलिए यह दुनिया में सबसे अधिक यात्रा वाले शिपिंग चैनलों में से एक है।
खन्ना वर्तमान में कांग्रेसनल इण्डिया कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं, भारतीय अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी से सहमत नहीं थे जिन्होंने मंगलवार को बोला था कि वह चाहते हैं कि ताइवान पर चीनी आक्रमण के मुद्दे में हिंदुस्तान मलक्का जलडमरूमध्य को बंद कर दे। चीन स्व-शासित ताइवान को एक अलग प्रांत के रूप में देखता है जिसे मुख्य भूमि के साथ फिर से एकीकृत किया जाना चाहिए।