विश्व निकाय के महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के लिए एक साथ आना और उनकी समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा करना बेहद जरूरी है, क्योंकि किसी भी तरह का सैन्य टकराव दोनों देशों व दुनिया पर भीषण असर डालेगा। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि नियंत्रण रेखा पर संभावित हिंसक स्थिति की तीव्रता जैसे हालात में कमी लाना नितांत आवश्यक है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों देशों के साथ आने के लिए चर्चा को बताया जरूरी
गुटेरस कश्मीर के हालात पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर एक पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल का जवाब दे रहे थे। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के हालात पर अगस्त 2019 में गुटेरस ने बयान जारी कर संयम बरतने की अपील की थी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा, मुझे लगता है कि दोनों देशों के लिए एक साथ आना और उनकी समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा करना बहुत जरूरी है ताकि सभी क्षेत्रों में मानवाधिकारों का पूरा सम्मान हो। उन्होंने कहा पाकिस्तान और भारत को देखते हुए दोनों में सैन्य टकराव इस क्षेत्र के साथ-साथ पूरे विश्व के लिए एक संकट होगा।
सोशल मीडिया की बढ़ती ताकत पर जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरस ने कहा है कि वह सोशल मीडिया कंपनियों की बढ़ती ताकत को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने इन कंपनियों को रेग्युलेट करने के लिए एक वैश्विक तंत्र बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया।
गुटेरस ने संयुक्त राष्ट्र सदस्यों के लिए 2021 की प्राथमिकताओं के मसले पर कहा कि मुझे नहीं लगता कि हम एक ऐसी दुनिया में रह सकते हैं जहां चंद कंपनियों को बहुत ज्यादा ताकत हासिल हो। उन्होंने यह बात उस वक्त कही जब उनसे पूछा गया कि क्या ट्विटर द्वारा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खाते को बंद करना सही कदम था। उन्होंने निजी डाटा के इस्तेमाल को गंभीर विषय माना।