पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की महत्वाकांक्षी ग्वादर योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। यह चीन की कारीडोर परियोजना का है प्रमुख हिस्सा है। पाकिस्तान की जांच एजेंसी राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने विकास कायों में करोड़ों रुपये का घोटाला पकड़ा है। ग्वादर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा(सीपीइसी) का हिस्सा है। इमरान खान ने ग्वादर को दुबई जैसा बनाने का ख्वाव संजो रखा है। हालांकि, इस घोटाले के उजागर होने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कोई बयान नहीं आया है।
जांच में सवा सौ करोड़ पाकिस्तानी रुपये का घोटाला
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार जांच एजेंसी एनएबी ने यहां बसने वाली ग्वादर पोर्ट सिटी में समुद्र के खारे पानी से शुद्ध पेयजल बनाने की योजना में भ्रष्टाचार पकड़ा है। इसमें प्रारंभिक जांच में सवा सौ करोड़ पाकिस्तानी रुपये (करीब साठ करोड़ भारतीय रुपये) का घोटाला मिला है। घोटाले की रकम जांच के बाद बढ़ सकती है। फिलहाल, पाकिस्तान की जांच एजेंसी मामले की तह में जा रही है। जांच प्रक्रिया अभी जारी है। इसलिए यह उम्मीद की जा रही है कि घोटाले की रकम बढ़ सकती है।
बलूचिस्तान डवलपमेंट अथॉरिटी के तीन पूर्व चेयरमैन व अन्य के खिलाफ जांच शुरू
एनएबी ने इस संबंध में बलूचिस्तान डवलपमेंट अथॉरिटी के तीन पूर्व चेयरमैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके अलावा पांच तहसीलदारों सहित 15 अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यहां पर जमीनों के आवंटन में भी भ्रष्टाचार किया गया है। जिसमें 844 एकड़ जमीन अवैध तरीके से प्राइवेट लोगों को आवंटित कर दी गई। आवंटित जमीन की कीमत अरबों में बताई गई है। इसमें अभी जांच चल रही है, पूरी तरह से भ्रष्टाचार सामने आने में समय लगेगा। ज्ञात हो कि पाकिस्तान चीन की मदद से यहां पर दुबई जैसा ड्यूटी फ्री जोन बनाना चाहता है। ग्वादर अरब सागर में रणनीतिक रूप से अहम स्थान पर है।