अमेरिका से जारी तनाव के बीच तुर्की ने अपने हाईस्पीड मिसाइल जैसे दिखने वाले ड्रोन को सार्वजनिक किया है. इस ड्रोन को किसी भी बड़े ड्रोन से लॉन्च किया जा सकता है. बड़ी बात यह है कि मिसाइल जैसे दिखने वाला यह ड्रोन खतरनाक वॉरहेड से लैस है. जिससे यदि इसे टॉरगेट दिख जाता है तो यह स्वयं को उससे टकराकर भारी तबाही मचा सकता है. तुर्की एयरोस्पेस के बनाए इस खतरनाक ड्रोन को सिमसेक नाम दिया गया है. तुर्की के इस नए हथियार से अमेरिका ही नहीं, बल्कि रूस की चिंता भी बढ़ गई है.
अमेरिका की बढ़ी चिंता
तुर्की और अमेरिका के बीच विवाद के पूरी दुनिया वाकिफ है. रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने के बाद अमेरिका ने तुर्की की डिफेंस इंडस्ट्री पर कई भारी-भरकम प्रतिबंध लगाए हुए हैं. दूसरी बात की सीरिया और ईराक में तुर्की और रूस साथ मिलकर गश्त कर रहे हैं. इस कारण से भी तुर्की और अमेरिका के बीच तनाव बना हुआ है. ऐसा नहीं है कि सीरिया और ईराक में साथ में गश्त करने और रूसी हथियारों की खरीद से तुर्की का मॉस्को के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं.
मॉस्को के साथ भी तुर्की की ठनी
कुछ दिनों पहले रूसी सेना जब यूक्रेन की सीमा पर जमा हुई थी, तब तुर्की ने पुतिन का विरोध किया था. यूक्रेन और तुर्की दोनों अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो के मेम्बर हैं. जब रूस के साथ तनाव बढ़ा तब तुर्की ने यूक्रेन को खतरनाक ड्रोन देने की पेशकश की थी. इस बात पर रूसी विदेश मंत्रालय ने तुर्की के राजदूत के सामने कड़ा विरोध भी जताया था. अब जब तुर्की नया ड्रोन बना रहा है तो रूस की चिंता यह है कि कहीं वह इस ड्रोन को शत्रु राष्ट्रों को न बेच दे.
200 किमी दूर स्थित लक्ष्य को कर सकता है तबाह
तुर्की एयरोस्पेस के सीईओ टेम्पल कोटिल ने सीएनएन को पिछले महीने इस ड्रोन के बारे में एक साक्षात्कार में बताया था. यह ड्रोन अपने साथ पांच किलोग्राम तक का विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है. इतना ही नहीं, किसी यूएवी से लॉन्च करने के बाद यह 100 से 200 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भर सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि उनकी हथियार इंडस्ट्री हर वर्ष 100 सिमसेक ड्रोन का निर्माण कर सकती है.740 किमी प्रतिघंटे की गति से भर सकता है उड़ान
सिमसेक में टर्बोजेट इंजन लगा हुआ है, जिससे इस ड्रोन को बहुत ज्यादा स्पीड मिलती है. इस ड्रोन को बनाने का कार्य 2009 में प्रारम्भ किया गया था. इस ड्रोन के डिजाइनर इसे तेज गति से उड़ने वाले हथियार के रूप में बनाना चाहते थे, जो जमीन और समुद्र में उपस्थित शत्रु के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर सके. यह ड्रोन 740 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भरने में सक्षम है. इतना ही नहीं, यह 1,000 से 15,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है.