लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बोला है कि दक्षिणी लेबनान में इजरायली हवाई हमले में कम से कम 10 लोग मारे गए हैं, जबकि इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के हथियार भंडारण सुविधा पर धावा किया है. नबातीह क्षेत्र में हमले में मरने वालों में “एक स्त्री और उसके दो बच्चे” शामिल हैं और पांच अन्य लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है, मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, साथ ही बोला कि एक आवासीय इमारत पर धावा किया गया.इजरायली सेना ने अपने टेलीग्राम चैनल पर दावा किया कि वायु सेना ने रात में “नबातीह के क्षेत्र में” लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के हथियार गोदाम पर धावा किया, जो इजरायली सीमा के निकटतम बिंदु से लगभग 12 किमी (सात मील) दूर स्थित है.
इससे पहले, सेना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि उसके लड़ाकू विमानों ने नबातीह शहर से 50 किमी (31 मील) दक्षिण में मारून अल-रस और ऐता अल-शाब के गांवों में “सैन्य इमारतों” पर धावा किया.
लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने बोला कि उत्तरी शहर वादी अल-कफ़ौर के बाहरी क्षेत्र में एक ईंट मिल पर धावा किया गया, और मृतकों में मिल का रखवाला, एक सीरियाई नागरिक और उसका पूरा परिवार शामिल है.
वादी अल-कफ़ौर में बूचड़खाना चलाने वाले मोहम्मद शोएब ने बोला कि जिस क्षेत्र पर धावा हुआ, वह एक “औद्योगिक और नागरिक क्षेत्र” था, जहाँ ईंट, धातु और एल्युमीनियम बनाने वाली फैक्ट्रियाँ थीं, साथ ही एक डेयरी फ़ार्म भी था.
हिज़्बुल्लाह की ओर से तुरन्त कोई टिप्पणी नहीं की गई. यह धावा लेबनान में सबसे खतरनाक हमलों में से एक है, जब से हिज़्बुल्लाह ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमले और उसके बाद गाजा पर इज़राइल के युद्ध के बाद अपने सहयोगी हमास के समर्थन में और फ़िलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इज़राइली बलों के साथ लगभग रोज़ाना गोलीबारी प्रारम्भ की है.
सशस्त्र संघर्ष जगह और घटना डेटा परियोजना के अनुसार, लेबनान में इज़राइल, हिज़्बुल्लाह और अन्य सशस्त्र समूहों ने 7 अक्टूबर से 31 जुलाई तक सीमा पार कम से कम 8,533 हमले किए. इज़राइल ने इन हमलों में से लगभग 82 फीसदी को अंजाम दिया, कुल 7,033 घटनाएं हुईं, जिसमें लेबनान में कम से कम 601 लोग मारे गए.
हिज़्बुल्लाह और अन्य सशस्त्र समूह 1,500 हमलों के लिए ज़िम्मेदार थे, जिनमें कम से कम 23 इज़राइली मारे गए. जुलाई में एक खतरनाक रॉकेट हमले के बाद तनाव बढ़ गया है, जिसमें कम से कम 12 लोग मारे गए – उनमें से कई बच्चे थे, इज़राइल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स के एक ड्रूज़ गांव में, जिसके लिए इज़राइल ने हिज़्बुल्लाह को गुनेहगार ठहराया. हिज़्बुल्लाह ने इस हमले के लिए ज़िम्मेदार होने से इनकार किया.
इसके बाद इज़राइल ने बेरूत के उपनगरीय क्षेत्र में मिसाइल हमले में हिज़्बुल्लाह के शीर्ष कमांडर फुआद शुकर को मार डाला. हिजबुल्लाह ने ईरान की तरह ही तेहरान में हमास के सियासी प्रमुख इस्माइल हनीयेह की मर्डर का बदला लेने का वादा किया है.
इज़राइल द्वारा की गई हत्याओं और जवाबी कार्रवाई की धमकियों ने एक बड़े क्षेत्रीय तनाव की आशंकाओं को जन्म दिया है. विश्लेषकों के अनुसार, 2006 में इज़रायल और हिजबुल्लाह के बीच अंतिम बार युद्ध होने के बाद से, ईरान-संबद्ध सशस्त्र समूह ने अपनी सैन्य ताकत बढ़ा दी है. शुक्रवार को, हिजबुल्लाह ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उसके लड़ाके लेबनान में एक भूमिगत सुविधा में सुरंगों के माध्यम से बड़ी मिसाइलों को ले जाते हुए दिखाई दे रहे थे.
इंस्टीट्यूट फॉर नियर ईस्ट एंड गल्फ मिलिट्री एनालिसिस, एक सुरक्षा परामर्श फर्म के प्रमुख रियाद कहवाजी ने बोला कि यह “हिजबुल्लाह द्वारा जारी किया गया अब तक का सबसे साफ वीडियो है, जिसमें उसकी सुरंगों का आकार” और हथियारों का भंडार दिखाया गया है. उन्होंने बोला कि हिजबुल्लाह ने संभवतः लेबनान में उसके विरुद्ध एक बड़ा अभियान प्रारम्भ करने से इज़रायल को “रोकने” के लिए यह वीडियो जारी किया है.
हिजबुल्लाह ने बार-बार बोला है कि सिर्फ़ गाजा युद्ध विराम समझौते से ही उत्तरी इजरायल में इजरायली सेना पर उसके हमले रुकेंगे. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बोला है कि उनका राष्ट्र “रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से तैयार है” और हिजबुल्लाह और ईरान दोनों के विरुद्ध स्वयं का बचाव करने के लिए “दृढ़ संकल्पित” है. लेकिन गाजा में युद्ध विराम समझौते पर सहमत होने के लिए इजरायल पर दबाव बढ़ रहा है, जिससे लेबनान और ईरान को शामिल करने वाले व्यापक युद्ध को टाला जा सकेगा.