अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार शाम चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ वर्चुअल शिखर वार्ता करेंगे। दोनों देश कई मोर्चो पर आमने-सामने हैं, ऐसे में दोनों की यह बैठक अहम मानी जा रही है। भारत के सीमा विवाद पर उत्तर करते हुए जब व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी से पूछा गया कि क्या अमेरिका-चीन के राष्ट्रपतियों की वर्चुअल बैठक में भारत के साथ सीमा तनाव पर चिंताओं को उठाया जाएगा या नहीं, इस पर उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ को कहा, ‘अमेरिकी नेता निश्चित रूप से सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेंगे।’
साकी ने कहा, ‘कई विषय होंगे, कहीं हमें चिंता है, कहीं हम एक साथ काम कर सकते हैं, निश्चित रूप से सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होगी। मैं इसे रविवार की प्रीव्यू काल्स पर छोड़ देती हूं।’
‘हाल के महीनों में संबंधों में तनाव में कोई कमी नहीं आई है। बाइडन ने स्पष्ट किया है कि वह बीजिंग के कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं। राष्ट्रपति ने उत्तर पश्चिमी चीन में जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन, समुद्री मुद्दों, ताइवान, दक्षिण चीन सागर के लिए चीन की आलोचना की है।’ यह साकी ने कहा और साथ ही कहा कि जो बाइडन चीन के साथ अमेरिका की चिंताओं से पीछे नहीं हटेंगे।
शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, साकी ने कहा कि इस बैठक का एक उद्देश्य उन क्षेत्रों पर भी चर्चा करना है जहां भारी चिंताएं और असहमति हैं।
फरवरी के बाद से दोनों नेताओं के बीच यह तीसरी मुलाकात होगी। पिछले कुछ सालों में अमेरिका और चीन के बीच तनाव काफी बढ़ा है। वहीं, इसी सप्ताह ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता के दौरान अमेरिका और चीन ने उत्सर्जन को लेकर एकजुटता बढ़ाने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी। सोमवार, 15 नवंबर की शाम को वाशिंगटन में राष्ट्रपति जोसेफ आर बाइडन जूनियर चीन के के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से वर्चुअली मुलाकात करेंगे।