New Delhi Election Result: हरियाणा, महाराष्ट्र से चली बीजेपी की सुनामी दिल्ली में भी देखने को मिली। बीजेपी की लहर में कई शेर धराशाई हो गए। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी सीट बचा पाने में असफल रहे। नयी दिल्ली सीट पर भी बीजेपी ने भगवा लहराया है। मोहल्ला क्लिनिक, फ्री बस सेवा, 200 यूनिट फ्री बिजली और चुनावी मैदान में तमाम घोषणाएं भी आप को जीत नहीं दिला पाई। बीजेपी की प्रचंड जीत और आप की हार के पीछे की वजह साबित हुई ‘स प क’। जानिए क्या है ये फैक्टर।
टूटीं सड़कें
‘स प क’ फैक्टर में स का मतलब है, सड़कें। सियासी जानकारों की मानें तो दिल्ली में आप की हार की वजह में टूटी सड़कें काफी अधिक असरदार रहीं। लगातार ऐसी खबरें सामने आती रहीं जिसमें सड़कों की बदहाली दिखाई गई थी। बारापुला, रानी झांसी फ्लाईओवर सहित कई अन्य फ्लाईओवरों पर गड्ढे की परेशानी से लोगों को कठिनाई होती थी। इसके अतिरिक्त भजनपुरा से लेकर यमुना विहार तक मेट्रो द्वारा बनाए जा रहे डबल डेकर फ्लाईओवर के नीचे सड़क पर विशाल गड्ढे थे। जिस पर चलना लोगों का दूभर था। इसके अतिरिक्त कई सड़कों पर पानी भी जमा था। स्वाती मालीवाल ने भी सड़कों पर पानी भरे रहने की वजह से आप पर निशाना साधा था। ऐसे में हार की वजह सड़कों को भी बताया जा रहा है।
पानी की समस्या
दिल्ली में साफ पानी एक बड़ी परेशानी बनी हुई थी। यमुना के पानी से लेकर पीने के पानी तक लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा था। बीजेपी ने यमुना के पानी के मामले पर लगातार आप पर निशाना साधती आई थी। आम आदमी पार्टी की बात करें तो यमुना के गंदे पानी को साफ करने का एक बड़ा वादा पार्टी ने किया था। लगातार सत्ता पाने के बावजूद भी आप ऐसा नहीं कर पाई। यमुना के गंदे पानी के अतिरिक्त कई घरों में पीने का साफ पानी नहीं मिल पाया, जिसका हानि आम आदमी पार्टी को हुआ और बीजेपी इस मामले को भुनाते हुए जीत हासिल की।
फैला कूड़ा
दिल्ली में जगह- स्थान पर फैला कूड़ा लोगों के लिए परेशानी का विषय बना रहा। इसकी वजह से आने- जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। बीजेपी ने इस मामले पर विशेषकर बल दिया और आम आदमी पार्टी को इसका हानि हुआ। गाजीपुर में कूड़े की वजह से आस- पास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के क्षेत्रों में कूड़े की परेशानी बीते दिनों बनी थी। बदबू से होकर लोगों को गुजरना पड़ रहा था। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने इस मामले पर विरोध जताते हुए दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर ट्रक भरकर कूड़ा डलवाया था। इसके अतिरिक्त बता दें कि 11,300 टन कूड़ा तीनों लैंडफिल साइटों पर पहुंचता है, लेकिन 9,700 टन ही निस्तारित हो पाता है। प्रत्येक दिन 3,300 टन कूड़ा बिना निस्तारण के रह जाता है, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। चुनाव में ये मामला काफी अधिक हावी रहा और आप की हार की वजह में ये भी शामिल रहा।