होली और रामनवमी पर्व त्योहारों मैं देश के विभिन्न राज्यों में कार्य करने वाले लोग झारखंड और बिहार अपने-अपने घर लौटेंगे। देश के विभिन्न राज्यों में पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है। झारखंड के कई इलाकों में अभी भी पैसेंजर ट्रेन बंद पड़ी हैं।
ऐसे में काफी संख्या में उक्त ट्रेन से सफर करने वाले मजदूर, स्कूल के छात्र छात्राओं सहित विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। वहीं रोजगार भी प्रभावित हो रहा है। राज्य और केंद्र सरकार को बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन के तर्ज पर झारखंड में भी परिचालन शीघ्र शुरू करने की जरूरत है, ताकि जनजीवन के साथ-साथ रेलवे के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
जिला प्रधान शालिनी गुप्ता ने रेल मंत्री एवं रेलवे के अधिकारियों से अपील की है कि पर्व त्यौहार को देखते हुए ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाए। खासकर आसनसोल-वाराणसी, जो कि 4 राज्यों को लाइफ लाइन के रूप में जोड़ती है। इसमें पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और यूपी शामिल है। वही गया-आसनसोल, कोडरमा-मधुपुर, कोडरमा हजारीबाग टाउन वाया बरकाकाना साप्ताहिक ट्रेन रांची-आरा और रांची पटना जो कि प्रत्येक रविवार को हजारीबाग टाउन कोडरमा के रास्ते परिचालन होता था वह भी बंद है।
ऐसे में उक्त साप्ताहिक ट्रेन के साथ-साथ झारखंड नई दिल्ली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस, चंबल एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों का परिचालन शीघ्र शुरू होना चाहिए, ताकि होली के समय बढ़ती भीड़ को कंट्रोल किया जा सके। वहीं यात्री सुगम यात्रा भी कर सकेंगे। उन्होंने कहा की नई दिल्ली हावड़ा ग्रैंड कोड लाइफ लाइन के रूप में जानी जाती है और कोडरमा से सहित विभिन्न स्टेशनों से हजारों की संख्या में लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर आवागमन करते हैं। वहीं इन दिनों कोहरे का असर भी समाप्त हो गया है।
और ऐसे में रेलवे के द्वारा कोविड-19 की वजह से 40% ट्रेनों का ही परिचालन हो रहा है और अजमेर सियालदह को 1 अप्रैल तक ठंड और कोहरे की वजह से रद्द किया गया है। ऐसे में अजमेर शरीफ, खाटू धाम सहित राजस्थान जाने के लिए कोडरमा से एक भी ट्रेन नहीं चल रही है। उस ट्रेन को पुन: चलाया जाए। और हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस जिसका परिचालन प्रतिदिन हो रहा है इसका ठहराव 1 जून से 2020 से वापस लिया गया है, इसे भी कोडरमा में सारा की अनुमति मिले।