चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तमिलनाडु और केरल को करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। साथ ही भाषा और संस्कृति का जिक्र कर दोनों राज्यों के लोगों के साथ भावनात्मक लगाव भी दिखाया। सबसे पहले उन्होंने तमिलनाडु में चेन्नई मेट्रो रेल के पहले चरण के विस्तार का उद्घाटन करने के साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों की करोड़ों रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके बाद केरल पहुंचे प्रधानमंत्री ने कोच्चि में बीपीसीएल के पेट्रो-केमिकल परिसर को भी राष्ट्र को समर्पित किया और अन्य कई परियोजना की भी शुरुआत की। दोनों राज्यों में इस साल अप्रैल और मई के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं।
चेन्नई में कई परियोजनाओं की शुरुआत
चेन्नई के नेहरू इंडोर स्टेडियम में हुए भव्य समारोह में मोदी ने उत्तरी चेन्नई में वाशरमैनपेट को विमको नगर से जोड़ने वाले मेट्रो के 9.01 किलोमीर लंबे भाग का उद्घाटन किया। इस परियोजना पर 3,770 करोड़ रुपये की लागत आई है। मोदी ने चेन्नई बीच अट्टीपट्टू की चौथी लाइन और विल्लुपुर की मयलादुथुरई तंजावुर/मयलादुथुरई तिरुवुर एकल रेल लाइन के विद्युतीकरण को राष्ट्र के नाम समर्पित किया।
यह दशक भारत का
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल का बजट सुधारों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विश्व बड़े उत्साह और सकारात्मकता के साथ भारत की ओर से देख रहा है। भारत की 130 करोड़ जनता के कठिन परिश्रम की बदौलत यह दशक भारत का होने वाला है।
श्रीलंका की हिरासत में कोई भारतीय नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार श्रीलंका के साथ तमिल लोगों के अधिकारों का मुद्दा उठाती रही है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि श्रीलंका में तमिलनाडु के लोग समानता, न्याय, शांति और सम्मान के साथ रह सकें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में श्रीलंका ने 1600 मछुआरों को छोड़ा। इस समय कोई भी भारतीय मछुआरा श्रीलंका की हिरासत में नहीं है।
आइआइटी में बनेगा डिस्कवरी कैंपस
प्रधानमंत्री ने आइआइटी मद्रास में एक डिस्कवरी कैंपस की आधारशिला भी रखी, जिसका निर्माण पहले चरण में एकहजार करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से नजदीकी थय्यूर में किया जाएगा। कैंपस का निर्माण दो लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में किया जाएगा।
रो-रो जलमार्ग देश को समर्पित
तमिलनाडु के बाद केरल पहुंचे प्रधानमंत्री ने कोच्चि में विलिंगडन द्वीप पर भारत पेट्रोलियम के छह हजार करोड़ रुपये के पेट्रोकेमिकल परिसर और जहाज के लिए रो-रो जलमार्ग को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं भारत के विकास की गति को और रफ्तार देंगी।
क्रूज टर्मिनल और विज्ञान सागर का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने कोच्चि पोर्ट ट्रस्ट के इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल और कोच्चि शिपयार्ड के विज्ञान सागर का भी उद्घाटन किया। विज्ञान सागर मैरीन इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान है। प्रधानमंत्री ने एक ही स्थान से पांच परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
1.10 लाख करोड़ के बुनियादी ढांचे का विकास
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार भारत के मजबूत विकास के लिए 1.10 लाख करोड़ रुपये की आधारभूत संरचनाओं के निर्माण पर ध्यान दे रही है। उनकी सरकार ब्लू इकोनॉमी के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। समुद्र के पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करते हुए आर्थिक विकास, बेहतर आजीविका और नौकरियों के लिए समुद्र के संसाधनों का सतत उपयोग ही ब्लू इकोनॉमी है।
खाड़ी में रहने वाले आप्रवासी भारतीयों पर गर्व
पीएम मोदी ने कहा कि खाड़ी के देशों में काम करने वाले आप्रवासी भारतीयों खासकर केरल के लोगों पर देश को गर्व है। उन्हें कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से इन लोगों के साथ है। खाड़ी के विभिन्न देशों में बंद भारतीयों के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के हस्तक्षेप से कई लोगों को रिहाई हुई है।
भारत के विकास को मिलेगी ऊर्जा
कोच्चि में विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां केरल और भारत के विकास का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज कई क्षेत्रों में विकास कार्यों का उद्घाटन किया जा रहा है। इससे भारत के विकास को ऊर्जा मिलेगी।
पाइपलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर पर 110 लाख करोड़ का निवेश
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय पाइपलाइन के इंफ्रास्ट्रक्चर पर 110 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। इसमें तटीय भागों, उत्तर पूर्व और पर्वतीय क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मौजूदा वक्त में भारत हर गांव में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को शुरू कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि खाड़ी में काम करने वाले भारतीयों को पता होना चाहिए कि सरकार का पूरा समर्थन उनके लिए है।