74
गणतंत्र दिवस समारोह से पहले आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम करने और उनकी किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए पठानकोट-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को हिमाचल प्रदेश-पंजाब जांच चौकी पर तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि राजमार्ग के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और राष्ट्र विरोधी तत्वों की किसी भी साजिश को नाकाम करने के कदम के तहत जांच बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सीमावर्ती जिले कठुआ एवं सांबा में भी राजमार्ग के पास स्थित सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, पूरे इलाके में आतंकवाद रोधी और घुसपैठ रोधी सुरक्षा को सख्त कर दिया गया है।’’ उन्होंने बताया कि सभी जांच चौकियों पर सुरक्षाकर्मियों की तादाद बढ़ा दी गई है और उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है। हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन सहित जम्मू में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बीएसएफ, जो जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) की रक्षा करता है, वह कड़ी निगरानी बनाए हुए है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम के तहत पठानकोट में हिमाचल प्रदेश-पठानकोट चौकी पर बीएसएफ को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य क्षेत्रों से पठानकोट में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की गहन जांच की जा रही है और सभी विवरण दर्ज किए जा रहे हैं।
कश्मीर का मौसम
इस बीच, कश्मीर के मौसम की बात करें तो मशहूर स्की रिज़ॉर्ट गुलमर्ग और कश्मीर में ऊंचाई वाले कुछ अन्य स्थानों पर बुधवार को ताजा बर्फबारी हुई, जबकि मैदानी इलाकों में कई जगह हल्की बारिश हुई। घाटी में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से अधिक रहा। अधिकारियों ने बताया कि गुलमर्ग में 1.2 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी हुई। घाटी में ऊंचाई वाले कुछ अन्य स्थानों पर भी बर्फबारी हुई। बादल छाए रहने के कारण कश्मीर में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक दिन पहले यहां तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस था। उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग रिज़ॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.9 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि एक दिन पहले यहां तापमान शून्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस नीचे था। अधिकारियों ने बताया कि काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस और उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर के दोनों संभागों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश/बर्फबारी की संभावना है। वहीं, 22-23 जनवरी को हल्की बारिश या हिमपात की संभावना है, लेकिन उसके बाद महीने के अंत तक मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने और जनवरी के अंत तक भारी बारिश या हिमपात का कोई पूर्वानुमान नहीं है। कश्मीर में 40 दिनों के ‘चिल्लई कलां’ का दौर 21 दिसंबर से शुरू हुआ था। इस दौरान क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ती है और तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की जाती है, जिससे यहां की प्रसिद्ध डल झील के साथ-साथ घाटी के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति लाइन सहित जलाशय जम जाते हैं। इस दौरान अधिकतर इलाकों में बर्फबारी भी सबसे अधिक होती है, खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में भारी हिमपात होता है। ‘चिल्लई कलां’ के 31 जनवरी को खत्म होने के बाद, 20 दिनों का ‘चिल्लई-खुर्द’ और फिर 10 दिनों का ‘चिल्लई बच्चा’ का दौर शुरू होता है।
जम्मू में प्रदर्शनी
आइये अब आपको लिये चलते हैं जम्मू में लगी एक प्रदर्शनी में। इस प्रदर्शनी में हस्तशिल्प उत्पाद, पुस्तकें, कपड़े तथा जरूरत की अन्य वस्तुएं बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इस प्रदर्शनी में आने वाले लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कारीगर और व्यापारी बेहद खुश हैं। व्यापारियों का कहना है कि जम्मू शहर में बने उत्पादों की बिक्री के लिए ऐसे मंच की स्थापना करने के लिए हम सरकार के आभारी हैं। हम आपको बता दें कि यह पहली बार हो रहा है जब जम्मू में इतनी बड़ी प्रदर्शनी किसी स्थल पर आयोजित की गयी है। इस प्रदर्शनी में भाग ले रहे लोगों ने जम्मू में प्रभासाक्षी संवाददाता से बातचीत में कहा कि ऐसे आयोजन यदि लगातार होते रहें तो स्थानीय कारीगरों को अपने हुनर के प्रदर्शन का मौका मिलता रहेगा
सेना को जानें
आइये अब आपको लिये चलते हैं बारामूला। 74वें सेना दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के शौकत अली स्टेडियम में ‘नो योर आर्मी’ यानि अपनी सेना को जानें कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मेजर जनरल अजय चांदपुरिया ने किया। इस कार्यक्रम में बोफोर्स जैसी आर्टिलरी गन से लेकर नवीनतम अत्याधुनिक इन्फैंट्री हथियार और सैन्य उपकरण तो प्रदर्शित किये ही गये थे साथ ही युवाओं के लिए कैरियर परामर्श सुविधा भी उपलब्ध कराई गयी थी। बारामूला जिले के युवाओं ने इस आयोजन में बहुत उत्साह के साथ सक्रिय भागीदारी दिखाई। इस कार्यक्रम ने उन्हें सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करने और नौकरी के विकल्पों के बारे में जानने का एक शानदार अवसर दिया।